International Anti Corruption Day: यह है दुनिया का सबसे बेईमान देश, क्या यहां एक भी शख्स नहीं ईमानदार?
करप्शन परसेप्शन इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण सूडान दुनिया का सबसे भ्रष्ट देश है. इसे 100 में से सिर्फ आठ अंक मिले हैं. सालों के गृह युद्ध, अस्थिर सरकार और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग ने एक ऐसे सिस्टम को बना दिया है जहां भ्रष्टाचार रोजमर्रा के शासन का हिस्सा बन चुका है.
दशकों के संघर्ष ने उन सरकारी संस्थान को कमजोर कर दिया है या फिर खत्म कर दिया है जो सत्ता को रेगुलेट करते हैं. यह एक ऐसा देश है जहां पर सरदार और राजनीतिक गुट कंट्रोल करने के लिए लड़ते हैं. यही वजह है कि यहां पर भ्रष्टाचार जिंदा रहने का एक जरिया बन जाता है.
यहां पर पारदर्शित और जवाबदेही के सिस्टम लगभग ना के बराबर हैं. अगर भ्रष्टाचार विरोधी कानून हैं भी तो उन्हें या तो नजरअंदाज किया जाता है या फिर ठीक से लागू ही नहीं किया जाता. काम करने वाली अदालतों, जांच एजेंसियों या फिर आजाद मीडिया के बिना भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई निगरानी नहीं होती.
देश की ज्यादातर कमाई तेल से होती है और तेल कॉन्ट्रैक्ट में पारदर्शिता की कमी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है. इससे आने वाले रेवेन्यू को पब्लिक बजट को नजर अंदाज करके प्राइवेट खातों में भेज दिया जाता है.
सरकारी पद अक्सर योग्यता के बजाय जाति, वफादारी या फिर राजनीतिक निष्ठा के आधार पर दिए जाते हैं. इस भाई भतीजावाद राजनीतिक और प्रशासनिक फैसलों की वजह से भ्रष्टाचार और बिगड़ता है.
इस देश में गलत काम करने पर शायद ही कभी कोई सजा मिलती है. जो भी अधिकारी सरकारी फंड चुराते हैं या फिर सत्ता का गलत इस्तेमाल करते हैं वह अक्सर बिना किसी सजा के बच जाते हैं. इससे बाकी लोग भी उसी रास्ते पर चलने के लिए प्रोत्साहित होते हैं.