तुर्किए से खत्म हो गए रिश्ते तो भारत को कितना नुकसान, किन-किन चीजों की बढ़ेंगी कीमतें?
भारत में सबसे ज्यादा मार्बल तुर्किए से आयात किया जाता है. 70% मार्बल तुर्किए से आता है. अगर भारत और तुर्किए से रिश्ते खराब हुए तो यह महंगा हो सकता है.
भारत और तुर्किए से रिश्ते खराब होने पर सबसे पहले व्यापारियों ने तुर्किए से सेब लेने से मना किया था. अगर व्यवहार पर असर हुआ तो सेब के दाम बढ़ सकते हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में 1.29 लाख टन सेब तुर्किए से आता है.
तुर्किए ऊनी और रेशमी हर तरह की कालीन का आयात किया जाता है. लोग इसे बहुत पसंद करते हैं. दोनों देशों के व्यापार पर असर पड़ने से कालीन महंगी हो सकती है.
तुर्किए का बहुत सारा सजावटी सामान लोग खरीदना पसंद करते हैं. एक्सपेंसिव होने के साथ-साथ यह देखने में भी काफी खूबसूरत होता है. यह भी महंगा हो सकता है.
टर्किश फर्नीचर देखने में बहुत आलीशान लगता है और खूबसूरत डिजाइन्स की वजह से होटलों में इसकी काफी मांग रहती है. रिश्ते खराब होने पर इसका असर देखने को मिल सकता है.
इसके अलावा चेरी, मसाले, पारंपरिक टाइल्स, ड्राई फ्रूट्स, जैतून का तेल, टॉकलेट, हर्बल टी, जेवर, फैशन परिधान आदि भी महंगे होने की पूरी संभावना है.
वैसे तो बीते पांच साल में दोनों देशों के बीच व्यापार में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है, लेकिन अप्रैल 2024 सो फरवरी 2025 तक भारत ने तुर्किए को 44,500 करोड़ का सामान बेचा. वहीं 2023-24 में यह आंकड़ा 56,873 करोड़ रुपये था.