रूस में कितने हो जाते हैं भारत के 100 रुपये, जानें कितनी मजबूत यहां की करेंसी?
भारतीय टूरिस्ट के लिए रूस किसी स्वर्ग से कम नहीं है. हाल के दिनों में रूस में भारतीय टूरिस्ट की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. साल 2025 में रूस घूमने जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में लगभग 40% तक का उछाल देखा गया. इसका सबसे बड़ा कारण भारतीयों के लिए रूस में वीजा मुक्त प्रवेश है. यही वजह है कि रूस तेजी से भारतीयों की पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनता जा रहा है.
जब भी हम किसी देश में टूरिज्म के लिए जाते हैं, तो सबसे पहला सवाल हमारे मन में यही आता है कि दोनों देशों की करेंसी वैल्यू में कितना अंतर है. यानी अगर हम भारत से 100 रुपये लेकर जाएं, तो वह रूस की करेंसी के मुकाबले कितनी वैल्यू रखते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो करेंसी एक्सचेंज रेट कितना होगा.
अगर हम दिसंबर 2025 की बात करें, तो भारत के 100 रुपये रूस में करीब 88 से 91 रूबल के बराबर होते हैं। इसका मतलब यह है कि 1 भारतीय रुपया लगभग 0.88 से 0.91 रूबल के बराबर की कीमत रखता है। सीधे शब्दों में कहें तो भारतीय रुपया, रूसी रूबल के मुकाबले थोड़ा कमजोर है.
करेंसी का एक्सचेंज रेट हमेशा एक जैसा नहीं रहता. यह लगातार बदलता रहता है. इसके पीछे कई कारण होते हैं, जिनमें देश की अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और विदेशी निवेश में होने वाला उतार-चढ़ाव शामिल है.
भारत की अर्थव्यवस्था सर्विस, आईटी और घरेलू बाजार पर ज्यादा आधारित है, जबकि रूस की अर्थव्यवस्था तेल, गैस और प्राकृतिक संसाधनों पर टिकी है. इसी वजह से अंतरराष्ट्रीय हालात, युद्ध, प्रतिबंध और कच्चे तेल की कीमतें रूसी रूबल को ज्यादा प्रभावित करती हैं.
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो रूस आपके लिए एक बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन हो सकता है. यहां आपको लेक बैकाल देखने को मिलेगी, जो दुनिया की सबसे गहरी और साफ झील मानी जाती है. वहीं अगर रूस को करीब से देखने का मन है, तो ट्रांस-साइबेरियन रेलवे की लंबी ट्रेन यात्रा आपको एक यादगार अनुभव दे सकती है.
एडवेंचर पसंद करने वालों के लिए कामचटका जैसे इलाकों में ज्वालामुखी और हॉट स्प्रिंग्स देखने को मिलते हैं. कुल मिलाकर रूस में हर तरह के यात्रियों के लिए कुछ न कुछ खास जरूर है.