युद्ध के दौरान क्या होता है सेना में भर्ती का प्रोसेस? जानें किन चीजों में मिलती है छूट
युद्ध के दौरान सेना में भर्ती की प्रक्रिया आम दिनों की अपेक्षा थोड़ा अलग होती है. क्योंकि ऐसी परिस्थिति में सेना में ज्यादा से ज्यादा लोगों की जरूरत होती है.
यही वजह है उन दिनों भर्ती प्रक्रिया थोड़ा तेज हो जाती है. इस दौरान कई नए तरीकों से लोगों को सेना में शामिल किया जाता है. इस दौरान लोगों को भर्ती करने के लिए प्रचार तेज कर दिया जाता है.
इस दौरान सेना में भर्ती होने के महत्व और फायदे को समझाया जाता है. युद्ध की परिस्थिति में भर्ती प्रक्रिया तेज कर दी जाती है और शारीरिक व चिकित्सकीय परीक्षण तेजी से पूरे किए जाते हैं.
इस दौरान अतिरिक्त भर्ती भी की जाती है, जिससे कि अधिक से अधिक लोग सेना में शामिल हो सकें. युद्ध के दौरान स्वयंसेवी रंगरूट यानि जो लोग अपनी इच्छा से सेना में भर्ती होते हैं, उनको भी शामिल किया जाता है.
इस दौरान उनको जल्दी से जल्दी प्रशिक्षित किया जाता है और प्रशिक्षण की अवधि को कम करके हथियारों और उपकरणों का इस्तेमाल और बुनियादी सैन्य कौशल की रणनीति शामिल की जाती है.
युद्ध के दौरान सेना में भर्ती होने पर आयु सीमा में छूट और शिक्षा में छूट भी दी जाती है. शिक्षा में छूट उन लोगों के लिए होती है, जिनके पास आवश्यक योग्यता नहीं होती है और वे सेना में सेवा देना चाहते हैं.
इसके अलावा विशेष छूट उन लोगों को भी मिलती है, जिनके पास विशेष कौशल होता है, जो कि सेना के लिए जरूरी होता है. इसके अलावा अग्निपथ योजना में भी छूट दिए जाने का प्रावधान है.