घड़ी की खोज होने से पहले ऐसा देखा जाता था समय, जानकर हो जाएंगे हैरान
घड़ी के आविष्कार से पहले लोग सूरज की रोशनी से समय का अनुमान लगाते थे. लेकिन, समस्या तो तब होती थी जब आसमान में बादल छा जाते थे.
ऐसे में लोग कई बार समय का सही अनुमान नहीं लगा पाते थे. बाद में समय की जानकारी के लिए जल घड़ी का इस्तेमाल किया जाने लगा था.
समय को लेकर होने वाली समस्याएं तब कम हुईं जब पोप सिलवेस्टर ने 966 ई. में घड़ी का आविष्कार किया. हालांकि, 1250 ई. के बाद यूरोप में थोड़ी विकसित घड़ियों का इस्तेमाल होने लगा था. इस दौरान इंग्लैंड में वेस्टमिंस्टर घंटाघर पर भी एक घड़ी लगाई गई.
सबसे पहली बार आधुनिक स्प्रिंग घड़ी का आविष्कार जर्मनी के रहने वाले पीटर हेलिन ने किया था. हालांकि, इसका चलन सबसे पहले यूरोप में शुरू हो गया था.
तब उसमें छोटे समय की जानकारी को लेकर काफी समस्या होती थी. बाद में चलकर 1577 ई. में घड़ी में मिनट वाली सुई की एंट्री कराई गई. यह कारनामा स्विट्जरलैंड के जॉस बर्गी ने किया था.