कितने लाख लोग भारत से बाहर रहकर देश में भेजते हैं पैसा? होश उड़ा देंगे ये आंकड़े
विदेश में रह रहे भारतीय हर साल अपने परिवारों को करोड़ों रुपये भेजते हैं. 2024-25 में यह रकम $135.46 बिलियन, करीब 1.16 लाख करोड़ रुपये थी. भारत दुनिया में सबसे ज्यादा रेमिटेंस पाने वाला देश बन गया है. चीन और मैक्सिको जैसे देश इससे पीछे हैं.
पिछले आठ साल में रेमिटेंस की रकम दोगुनी से भी ज्यादा बढ़ गई है. 2014-15 में यह 6 लाख करोड़ रुपये थी, जबकि 2024-25 में यह बढ़कर 11.63 लाख करोड़ रुपये हो गई. इसका असर हमारी अर्थव्यवस्था पर भी दिखता है, क्योंकि यह व्यापार घाटे का लगभग 47 प्रतिशत पूरा कर देती है.
वहीं पिछले दस सालों में भारतीयों ने विदेश में पढ़ाई के लिए कुल 1.76 लाख करोड़ रुपये भेजे यानी इतनी रकम से भारत में लगभग 62 नए IIT (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) बन सकते थे.
इसके साथ ही खर्च बढ़ा है, लेकिन विदेश जाने वाले छात्रों की संख्या 2024 में घटकर 7,59,064 हो गई. यह 2023 में 8,92,989 थी. इसके पीछे मुख्य वजह वीजा नियमों में बदलाव और कड़े होने की वजह से छात्रों की संख्या कम होना है.
लोग विदेश इसलिए जाते हैं क्योंकि वहां जीवन स्तर बेहतर है, उच्च शिक्षा और नौकरी के अवसर ज्यादा हैं, कारोबार करना आसान है और टैक्स कम हैं.अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएई और ब्रिटेन जैसे देश सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं.