कितनी ठंडी हवा को कहा जाता है शीत लहर, इसका तापमान से क्या है कनेक्शन?
जब ठंडी हवाएं तेज चलने लगती है और तापमान में अचानक तेज गिरावट आती है तब शीत लहर की कंडीशन बनती है. मौसम विभाग के अनुसार जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से चार-पांच डिग्री नीचे चला जाए या चार डिग्री के आसपास पहुंच जाए तो इसे शीत लहर कहा जाता है.
जब दिन का तापमान 2 डिग्री या इससे नीचे चला जाए और न्यूनतम तापमान सामान्य से 6-7 डिग्री तक गिर जाए तो स्थिति गंभीर माना जाती है. इसे सीवियर कोल्ड वेव भी कहा जाता है .
लंबे समय तक चलने वाली खतरनाक ठंड से शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर पड़ जाता है. इसमें हाइपोथर्मिया, कैलोरी की ज्यादा मांग, पेड़-पौधों को नुकसान और मवेशियों की मौत जैसी समस्याएं बढ़ने लगती है.
इसके अलावा तापमान जब 4 डिग्री या इससे नीचे आ जाए बादल न हो और अधिकतम तापमान में भी तेज गिरावट हो जाए तो शीत लहर की संभावना बढ़ जाती है.
मौसम विभाग के अनुसार मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर तब घोषित होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम हो और यह औसत तापमान से 4.5 से 6.4 डिग्री नीचे हो. वहीं सीवियर कोल्ड डे तब माना जाता है जब अधिकतम तापमान भी सामान्य से 6.5 डिग्री कम हो जाए.
इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में शीतलहर तब घोषित होती है, जब तापमान जीरो डिग्री या इससे नीचे हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री कम हो.
इस समय दिल्ली ,उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में तापमान लगातार नीचे जा रहा है. इसके अलावा नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और आसपास के क्षेत्र में भी तापमान में तेजी से गिरावट हो रही है.