सोने की खदान अगर एक एकड़ बड़ी हो तो वहां कितना सोना निकल सकता है?
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, पृथ्वी के भीतर से अब तक करीब 2 लाख टन सोना निकाला जा चुका है और अब सिर्फ 50 हजार टन ही बचा है. हालांकि, धरती में अब कितना सोना बाकी है, इस पर अलग-अलग संस्थाएं अलग डेटा जारी करती रहती हैं. लेकिन इनके बीच का अंतर बहुत मामूली होता है.
आपको बता दें, पृथ्वी से ज्यादातर सोना साल 1950 के बाद निकाला गया. दरअसल, सोना एक ऐसी धातु है जो व्यावहारिक रूप से नष्ट नहीं होती है. यही वजह है कि खनन के बाद से लेकर आज तक यह धातु गहने, सोने के सिक्के, सोने की ईंट और इलेक्ट्रॉनिक सामानों के रूप में मौजूद है.
आपको बता दें, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, दुनिया में जब से सोने का खनन शुरू हुआ तब से अब तक करीब दो लाख टन सोना निकाला जा चुका है. वहीं सोने के सालाना उत्पादन और उपयोग में चीन इस समय सबसे ऊपर है.
भारती की बात करें तो वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, भारत में करीब 24 हजार टन सोना होने का अनुमान है. इसमें से ज्यादातर सोना यानी लगभग 21 हजार टन सोना महिलाओं के पास गहने के रूप में पड़ा है.
अब आते हैं असली सवाल पर कि कितने जमीन में कितना सोना निकलता है. आपको बता दें, सोना निकालने के लिए जमीन के भीतर माइनिंग की जाती है. कई बार ये नदियों की तलहटी और पहाड़ों में भी मिल जाता. अगर आप एक एकड़ के हिसाब से समझना चाहते हैं तो आपको बता दें कि सोना एक एकड़ जमीन से कितने टन मिट्टी निकलती है उस पर आधारित होता है.
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सोने के खदान की एक टन मिट्टी को जब आप छानते हैं तब कहीं जा कर आपको 2.4 ग्राम सोना मिलता है. वहीं कई बार ये एक टन में 1.68 टन तक ही हो पाता है. किस खदान की मिट्टी से कितना सोना निकलेगा ये खदान पर और उसकी मिट्टी में मौजूद सोने की मात्रा पर निर्भर करता है.