रम और व्हिस्की से कितनी अलग होती है जिन, क्या इसमें अल्होकल की मात्रा होती है ज्यादा?
जिन का खास फ्लेवर जूनिपर बेरी से आता है. यह एक ताजा, पाइन जैसी खुशबू देती है जो किसी और स्पिरिट में नैचुरली नहीं होती. वैसे तो जिन की शुरुआत एक न्यूट्रल ग्रेन स्पिरिट से होती है लेकिन डिस्टिलेशन के दौरान इसमें बॉटनिकल्स जैसे धनिया, खट्टे फलों के छिलके और इलायची मिलाए जाते हैं. इसके बाद जिन रम या व्हिस्की की तुलना में ज्यादा खुशबूदार और हर्बल बनती है.
रम इसलिए अलग है क्योंकि यह गन्ने के रस या फिर गुड़ से बनती है. इससे इसमें नेचुरल मिठास आती है. जिस वजह से कैरामल, ट्रॉफी, केला या ट्रॉपिकल फलों जैसे फ्लेवर बनते हैं.
व्हिस्की की नींव जौ, मक्का, राई या गेहूं जैसे अनाजों पर टिकी होती है. लेकिन जो इसको रिच बनती है वह है लकड़ी के बैरल. ओक के बैरल में इसे एजिंग किया जाता है. लकड़ी के साथ धीमा इंटरेक्शन फ्लेवर की परतें जोड़ता है और इसके रंग को गहरा करता है. जिन के उलट व्हिस्की सालों में इवॉल्व होती है.
जिन को आमतौर पर डिस्टिलेशन के तुरंत बाद बोतल में बंद कर दिया जाता है क्योंकि इसके बॉटनिकल तुरंत कैरेक्टर देते हैं. वहीं रम और व्हिस्की एजिंग पर बहुत ज्यादा निर्भर करती हैं.
जिन को बॉटनिकल्स के साथ दोबारा डिस्टिल किया जाता है जिससे खुशबू मेन चीज बन जाती है. रम गन्ने से बनी चीजों से फर्मेंटेशन और डिस्टिलेशन से बनती है. व्हिस्की में माल्टिंग, मैशिंग, फर्मेंटेशन और डिस्टिलेशन के साथ-साथ लंबे समय तक एजिंग शामिल होती है.
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि जिन ज्यादा स्ट्रांग होती है लेकिन ऐसा नहीं है. ज्यादातर जिन, रम और व्हिस्की ब्रांड 40% एबीवी पर बॉटल किए जाते हैं. इसका मतलब है कि कोई भी स्पिरिट सिर्फ अपनी कैटेगरी की वजह से नेचुरली ज्यादा अल्कोहल वाली नहीं होती.