भूख से कब हो जाती है इंसान की मौत, जानें इस दौरान शरीर में क्या-क्या होता है?
रॉयटर्स की 24 जुलाई की एक रिपोर्ट बताती है कि अप्रैल से लेकर जुलाई के मध्य तक 20 हजार से ज्यादा बच्चों को गंभीर कुपोषण की स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया था. रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे बताया गया है कि गाजा में जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, उस वजह से वहां पर भुखमरी चल रही है.
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट बताती है कि गाजा की 2.1 मिलियन आबादी को भूख से बचाने के लिए हर दिन 500-600 ट्रक राहत सामग्री की जरूरत है. इसमें खाना, साफ पानी और मेडिकल सप्लाई होनी चाहिए.
अब यह समझने की जरूरत है कि आखिर भूख से किसी की मौत कब हो जाती है और उस दौरान उसके शरीर में क्या होता है. तो भूख से एकदम से किसी की मौत नहीं होती है, बल्कि जब कोई इंसान खाना नहीं खाता है तो उसके शरीर में जमा फैट और कार्बोहाइड्रेट खत्म होने शुरू हो जाते हैं.
जब इंसान को खाना मिलना बंद हो जाता है तो वह धीरे-धीरे दुबला होने लगता है. शरीर के भूखे रहने की स्थिति में इंसान कुछ समय तक तो जीवित रहता है.
लेकिन अगर किसी के शरीर में पानी की कमी होती है तो उसे ज्यादा दिक्कत होती है. ऐसे में जो लोग अनशन करते हैं, वे लोग भले ही खाना न खाएं, लेकिन पानी जरूर पीते हैं. इसीलिए वे कई दिनों तक जिंदा रहते हैं.
पानी की कमी से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स यानि कि सोडियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटैशिम का लेवल ऊपर-नीचे होने लगता है. इससे सबसे पहले इंसान का हार्ट फेल होता है, फिर ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है और तब उसकी मौत हो जाती है.
गाजा की तरह जो इलाके भुखमरी के शिकार होते हैं, वहां ज्यादातर लोग कुपोषित होते हैं. वहां पर भी लोगों की मौत तुरंत नहीं होती है, बल्कि जब बॉडी को प्रोटीन, फैट, मिनरल्स जैसी चीजें लंबे वक्त तक नहीं मिलती हैं तो दूसरी बीमारियां होने लगती है, जिससे कि लोगों में इन बीमारियों से लड़ने की ताकत नहीं रहती है. इससे इन्फेक्शन के चांस बढ़ जाते हैं, जो कि मौत का कारण बनते हैं.