टोक्यो में सप्ताह में सिर्फ 4 दिन काम करेंगे कर्मचारी, जानिए किन देशों में पहले लागू है 4-डे वर्क वीक
इतना ही नहीं टोक्यो में चाइल्डकेयर पार्शियल लीव भी शुरू की है. इसके तहत वर्किंग पेरेंट्स को रोज दो घंटे कम काम करने की इजाजत होगी. वर्क लाइफ बैलेंस के लिए यह फैसला लिया गया है.
जापान के टोक्यो की तरह कई देश ऐसे हैं, जहां वर्क लाइफ बैलेंस और काम के दबाव को कम करने के लिए सप्ताह में 4 दिन ही काम करना होता है. इन देशों में बेल्जियम का नाम आता है, जहां सप्ताह में 4 दिन काम करना होता है.
नीदरलैंड में भी वर्क लाइफ बैलेंस के लिए सप्ताह में कम के घंटों को घटाया गया है. यहां कर्मचारी सप्ताह में सिर्फ 29 घंटे ही काम करते हैं. डेनमार्क में सप्ताह में 33 घंटे काम करना होता है.
ऑस्ट्रेलिया में 20 कंपनियां 4-डे वर्क वीक पॉलिसी को पायलट रन की तरह चला रही हैं. इसके आगे भी लागू किया जा सकता है. स्पेन की सरकार 4-डे वर्क वीक ट्रायल के लिए 50 मिलियन यूरो निवेश करने की योजना बना रही है.
यूनाइटेड किंगडम में भी 4 दिन के कार्य सप्ताह का ट्रायल आयोजित किया था, जिसमें 60 कंपनियों और 300 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया था.
आइसलैंड में पब्लिक सेक्टर की कंपनियों में 4-डे वर्क वीक पॉलिसी लागू है. जर्मनी में भी बीते साल अप्रैल से 4-डे वर्क वीक पॉलिसी का ट्रायल किया गया था. यूएई में भी सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए कार्य सप्ताह छोटा कर दिया गया है