हर 26 सेकेंड में धड़कता है हमारी पृथ्वी का दिल! जानें पाताल से आ रही इस रहस्यमयी आवाज का राज
दरअसल, वैज्ञानिकों ने आज से करीब 60 साल पहले धरती के केंद्र से आने वाली एक रहस्यमयी आवाज को सुना था. वैज्ञानिकों ने हर 26 सेकेंड में पृथ्वी में एक स्पंदन का पता लगाया था. हालांकि, यह ध्वनि किस चीज की है यह रहस्य ही है.
1960 के शुरुआत में वैज्ञानिक जैक ओलिवर ने पहली बार धरती से आने वाली इस आवाज को सुना. उन्होंने उस समय उपलब्ध तकनीक की मदद से पता लगाया था कि धरती से हर 26 सेकेंड में एक आवाज आती है, जो इंसानी दिल की धड़कन जैसी प्रतीत होती है.
जैक ओलिवर द्वारा की गई खोज के अनुसार, पृथ्वी में ये तरंगें दक्षिणी या भूमध्यवर्ती अटलांटिक महासागर में कहीं से आती हैं और उत्तरी गोलार्ध की गर्मियों में इनकी तीव्रता अधिक हो जाती है.
इसके बाद 1980 में अमेरिकी भूवैज्ञानिक गैरी होलकोम्ब ने भी पृथ्वी से आने वाली इस रहस्यमयी आवाज को सुना. इसके बाद 2005 में कोलोराडो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने भी इस आवाज को सुना और वे इसके स्रोत को पश्चिमी अफ्रीका के तट से दूर गिनी की खाड़ी के रूप में पहचानने में सफल रहे थे.
वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी से आने वाली यह रहस्यमयी आवाज या तो पृथ्वी के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव से उत्पन्न होती है या फिर यह आवाज लहरों के कारण भी आ सकती है. एक दूसरी थ्योरी कहती है कि यह ज्वालामुखी गतिविधि के कारण भी हो सकता है. हालांकि, वैज्ञानिक अभी तक इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं कि पृथ्वी के अंदर से आने वाली आवाज वास्तव में क्या है.
हालांकि, पृथ्वी के अंदर से हर 26 सेकेंड में होने वाल यह स्पंदन काफी सामान्य है और इससे किसी तरह का खतरा नहीं है. न ही इंसान आसानी से इसे महसूस कर सकते हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर इस स्पंदन का वास्तविक कारण पता चल जाए तो बहुत से राज खुल सकते हैं.