क्या बॉल पेन में वाकई कोई बॉल होती है? जानिए सच्चाई
आपने भी अपने जीवन में बहुत सारे पेन इस्तेमाल किए होंगे. बॉल पेन काफी काॅमन पेन है. सभी ने कभी ना कभी जीवन में इसका इस्तेमाल जरूर किया होता.
बॉल पेन को लेकर अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है. क्या वाकई में इसके अंदर कोई गेंद होती है. जो इसका नाम बॉल पेन रखा गया है. तो चलिए जानते हैं.
बॉल पेन की शुरुआत की बात करें तो. यह हुई थी अब से 86 साल पहले साल 1938 में हंगरी के लेस्जलों बिरो ने इसे पेटेंट करवाया था.
लैस्ज़लो बिरो ने अपने भाई के साथ मिलकर इस पेन को बनाने की शुरुआत की थी. लेस्जलों बिरो ने प्रेशराइज्ड ट्यूब और कैपलरी एक्शन की मदद से पेन की स्याही फैलने से रोकने का सिस्टम बनाया था.
इस पेन के नोक पर एक छोटी सी बाॅल लगी होती है. जैसे ही पेन को कागज पर चलाया जाता है. बाॅल स्याही की कार्टेज से स्याही लेकर बाहर कागज पर निकालती है. इसी के चलते इसे बाॅल पेन कहा जाता है.
पहले की जो पेन हुआ करती थी. उनमें से स्याही लीक हुआ करती थी. इसी वजह से लेस्जलों बिरो और जार्ज बिरो ने मिलकर इस बाॅल पेन का ईजाद किया.