शराब के पेग के बाद एक गिलास पानी का क्या है कनेक्शन, जानें पानी नहीं पिया तो क्या होगा?
शराब शरीर में पहुंचते ही सीधे खून में घुलने लगती है. इसका असर सिर्फ दिमाग तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह पूरे शरीर की कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है. वाइन एक्सपर्ट की मानें तो अल्कोहल शरीर को धीरे-धीरे डिहाइड्रेशन की ओर धकेलता है.
यानी जितना ज्यादा शराब, उतनी ज्यादा पानी की कमी. यही वजह है कि शराब पीने के कुछ समय बाद ही मुंह सूखने लगता है और बार-बार प्यास लगती है. आसान भाषा में समझें तो हमारे शरीर में एक हार्मोन होता है जिसे एंटी ड्यूरेटिक हार्मोन या ADH कहा जाता है.
इसका काम किडनी को यह संकेत देना होता है कि पानी बचाकर रखा जाए और पेशाब कम बने. लेकिन जैसे ही शराब शरीर में जाती है, अल्कोहल इस हार्मोन के काम में रुकावट डाल देता है. नतीजा यह होता है कि किडनी ज्यादा मात्रा में यूरिन बनाने लगती है. यही कारण है कि शराब पीने के बाद बार-बार वॉशरूम जाना पड़ता है और शरीर से पानी तेजी से बाहर निकलने लगता है.
यहीं पर एक गिलास पानी की एंट्री होती है. हर पेग के बाद पानी पीने से शरीर में हो रही पानी की कमी की भरपाई होती है. पानी शराब के असर को पूरी तरह खत्म नहीं करता, लेकिन यह डिहाइड्रेशन को काफी हद तक कंट्रोल में रखता है.इससे शरीर पर अल्कोहल का दबाव कम पड़ता है और अगले दिन की परेशानी भी घट जाती है.
अगर शराब पीते वक्त पानी को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया जाए, तो इसका असर अगले दिन साफ दिखाई देता है. सिर भारी लगना, तेज सिरदर्द, कमजोरी, चक्कर और लगातार प्यास लगना- ये सब हैंगओवर के लक्षण हैं.
असल में यह शरीर की पानी की कमी का संकेत होता है. शरीर खुद बता रहा होता है कि उसे नुकसान हुआ है. सोनल हॉलैंड यह भी सलाह देती हैं कि शराब पीने से पहले कुछ खाना बेहद जरूरी है. खाली पेट शराब पीने से अल्कोहल तेजी से शरीर में एब्जॉर्ब हो जाती है.
इससे न सिर्फ नशा जल्दी चढ़ता है, बल्कि नुकसान भी ज्यादा होता है. अगर पहले कुछ नहीं खाया है तो शराब के साथ हल्के स्नैक्स लेते रहना चाहिए. इससे शराब का असर थोड़ा संतुलित रहता है और पेट पर सीधा झटका नहीं पड़ता.