Chenab Rail Bridge: क्या होता है चिनाब का मतलब, जानें किस चीज पर रखा गया है दुनिया के सबसे ऊंचे ब्रिज का नाम
दुनिया के सबसे ऊंचे ब्रिज का चिनाब रेल ब्रिज की कई बड़ी खासियत हैं. चिनाब ब्रिज पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है. यह दिल्ली के कुतुब मीनार से लगभग 287 मीटर ऊंचा है. इसलिए यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज माना गया है.
चलिए अब जानते हैं कि इसका नाम आखिर किस चीज पर रखा गया है? दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज, चिनाब नदी के ऊपर, 359 मीटर की ऊंचाई पर बना है. इसकी कुल लंबाई 1,315 मीटर है यानी सवा किलोमीटर से भी ज्यादा है. यह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट का हिस्सा है और इस ब्रिज का नाम चिनाब नदी पर ही रखा गया है.
लेकिन अब सोच रहे होंगे कि आखिर चिनाब का मतलब क्या होता है? चिनाब का मतलब चंद्रभागा नदी होता है, जिसका अर्थ चंद्र और भागा नदियों का मिलन भी है. इसके अलावा चिनाब का मतलब चंद्रमा नदी, पंजाब की एक नदी और मनू नदी भी होता है.
यह सिंधु नदी की पांच सहायक नदियों में से सबसे बड़ी है. यह नदी लाहौर के ऊंचे हिमालय से शुरू होती है और जम्मू-कश्मीर के जंगलों से होती हुई पाकिस्तान के मैदानों तक जाती है. चिनाब नदी को पहले चंद्रभागा भी कहा जाता था. इसकी कुल लंबाई लगभग 974 किलोमीटर है. चिनाब का कैचमेंट एरिया 67,430 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जो भारत और पाकिस्तान दोनों में है.
चिनाब ब्रिज को स्टील आर्च ब्रिज के तौर पर बनाया गया है, जिसकी मेन आर्च 467 मीटर लंबी है. इसके अलावा ब्रिज को सहारा देने के लिए 17 अलग-अलग स्पैन बनाए गए हैं. इसे बनाने में करीब 28,660 टन स्टील का यूज हुआ है.
चिनाब रेल ब्रिज -10°C से 40°C तक के टेंपरेचर में भी पूरी तरह सुरक्षित है और 266 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाएं भी इसे नहीं हिला सकती हैं, साथ ही यह ब्रिज रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता वाले भूकंप को भी सह सकता है.