क्या चंद्रयान-3 फिर से काम करेगा? अभी इन कारणों की वजह से चांद पर काम नहीं कर पा रहा
पहले कहा जा रहा था कि चंद्रयान स्लीप मोड में जाने के बाद 22 सितंबर को फिर से स्लीप मोड से हटेगा और काम शुरू कर देगा. दरअसल, 15 दिन लूनर नाइट होने की वजह से वो काम नहीं कर पाया था और उम्मीद थी कि लूनर डे होने पर काम कर सकता है.
लेकिन, 15 दिन काम करने और 15 दिन स्लीप मोड में रहने के बाद अब विक्रम औप प्रज्ञान से संपर्क नहीं हो पाया है यानी उसने फिर से काम शुरू नहीं किया है. अब जानते हैं कि अभी वो किस स्थिति में है.
बीबीसी की एक रिपोर्ट में इसरो के वैज्ञानिक से बातचीत पर बताया है कि उम्मीद है कि अभी भी चंद्रयान से संपर्क हो सकता है. उम्मीद थी कि बैटरी फिर से चार्ज हो गई होगी, क्योंकि 15 दिन वहां लूनर नाइट थी.
लूनर नाइट के 15 दिन में चांद पर माइनस 200 से माइनस 250 डिग्री तापमान होता है, जिस वजह से इसके कई पार्ट्स ने काम करना बंद कर दिया. तेज ठंड से कई पुर्जे काम नहीं कर पा रहे हैं.
अगर ये पूर्जे फिर से काम करते हैं तो वो एक बार फिर कनेक्शन रिसीव करने लगेगा और फिर से कुछ डिटेल इसरो को शेयर करने लगेगा.
लेकिन, अभी ट्रांसमीटर ऑन ना हो पाने की वजह से कनेक्टिविटी नहीं है और जब तक कि ये ऑन नहीं होगा, तब तक कुछ कनेक्टिविटी होगी.