इस वजह से झुकी हुई है पीसा की मीनार, वजन जानकर होंगे हैरान
पीसा की झुकी हुई मीनार की ऊंचाई एक आकर्षक है. बता दें कि झुकाव के कारण मीनार ऊपर की तरफ़ से लगभग 56 मीटर और नीचे की तरफ़ से 57 मीटर ऊंची है. मीनार का वज़न लगभग 14500 मीट्रिक टन है. इसमें आठ मंज़िलें हैं, जिसमें सात घंटियों के लिए कक्ष भी शामिल है. हर घंटी को एक संगीत नोट पर ट्यून किया जाता है.
वहीं यह मीनार अपने असामान्य झुकाव के लिए मशहूर है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीसा का मीनार क्यों झुका हुआ है. बता दें कि मोटे तौर पर माना जाता है कि मीनार इसलिए झुकी हुई है, क्योंकि इसकी नींव नरम, अस्थिर मिट्टी पर बनाई गई थी.
वहीं कहा जाता है कि यहां तक इसे बनाने वाले विशेषज्ञ को मिट्टी की इंजीनियरिंग की जानकारी नहीं थी. यह मिट्टी मीनार के वजन को सहन नहीं कर सकी थी, जिससे यह समय के साथ झुकती चली गई थी.
बता दें कि मीनार का निर्माण 1173 में शुरू हुआ था, लेकिन तीसरी मंजिल से ही झुकाव स्पष्ट हो गया था. वहीं झुकाव को ठीक करने के प्रयास सदियों से चल रहा है. इंजीनियरों ने इसे स्थिर करने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल किया है. ये दुनिया की सबसे प्रसिद्ध वास्तुशिल्प विचित्रताओं में से एक है.
क्या आप ये बात जानते थे कि टावर का झुकाव एक ही दिशा में नहीं था. मजेदार बात यह है कि एक समय पर टावर का झुकाव अपनी दिशा बदल गया था. जबकि कई इंजीनियरों ने सालों तक झुकाव को ठीक करने की कोशिश की थी. लेकिन जब उन्होंने तीसरी मंजिल पर निर्माण फिर से शुरू किया तो गुरुत्वाकर्षण का केंद्र बिगड़ गया था.