क्या पहली बार इस गांव में आए थे एलियन! जानिए द ग्रीन चिल्ड्रेन ऑफ वूलपिट की कहानी
दरअसल, हम बात कर रहे हैं द ग्रीन चिल्ड्रेन ऑफ वूलपिट की. ये यूरोप की एक ऐसी कहानी है जिसे आज भी कई लोग सच मानते हैं. चलिए अब आपको बताते हैं कि इसमें एलियन की बात कहां से आई.
दरअसल, ये बात 12वीं सदी से जुड़ी है. इस कहानी के बारे में बताते हुए इंडियाना की डेपॉव यूनिवर्सिटी में जरनल साइंस फिक्शन स्टडीज के मैनेजिंग एडिटर आर्थर इवांस, लाइव साइंस को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहते हैं कि ये कहानी दो हरे बच्चों की है.
यानी ये कहानी थी 'द ग्रीन चिल्ड्रेन ऑफ वूलपिट' की थी. दरअसल, इग्लैंड में वूलपिट नाम का एक गांव है. एक दिन वहां अचानक से दो हरे बच्चे आ गए. जो भी लोग यूरोप के इस गांव के हरे बच्चों की कहानी सुन रहे थे, उसे सच मान रहे थे. इन बच्चों को लेकर कहा जाता है कि इनकी स्किन हरे रंग की थी और ये सिर्फ हरी चीजें ही खा रहे थे.
सबसे बड़ी बात कि ये बच्चे वहां की लोकल भाषा नहीं जानते थे. इस कहानी के मुताबिक, ये बच्चे एक अलग तरह की ही भाषा बोलते थे. वो हमेशा कहते ते कि वह सैंट मार्टिन लैंड से आए हैं.
कहा जाता है कि कुछ दिनों तक ये बच्चे ठीक अवस्था में रहे. लेकिन थोड़े दिनों के बाद ये बीमार होने लगे. इनमें एस एक इतना बीमार हुआ कि उसकी मौत हो गई. जबकि, दूसरे के बारे में कभी कुछ पता नहीं चला.
हालांकि, इस कहानी को एक किंवदंती बताया जाता है. यानी इसका कोई ठोस प्रूफ नहीं है कि ये कहानी कितनी सच है. या फिर जिन हरे बच्चों के बारे में बताया जाता है उनका कोई अस्तित्व भी था. लेकिन यूरोप में आज भी ऐसे लोग आपको मिल जाएंगे जो द ग्रीन चिल्ड्रेन ऑफ वूलपिट की कहानी को सच मानते हैं.