एयरप्लेन के पंखों में चिकन क्यों फेंके जाते हैं? इस प्रोसेस के बारे में जानते हैं आप?
जी हां प्लेन के इंजन का टेस्ट चिकन फेंककर किया जाता है. दरअसल, ये टेस्ट पक्षी के एयरप्लेन से टकराने को लेकर किया जाता है और उसके फ्लाई विंग्स की इससे जांच की जाती है.
द सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश एयरलाइन पायलट एसोसिएशन ने बताया था कि किसी भी विमान पर पक्षी से होने वाले हमले को लेकर टेस्ट करने के लिए यह परीक्षण किया जाता है और इसकी आवश्यकता होती है.
बता दें कि ये टेस्ट खास तरह की बर्ड गन या बर्ड कैनन से किया जाता है. इसे चिकन गन भी कहा जाता है और इसमें कई सारे चिकन होते हैं, जिसके जरिए फ्लाइट के इंजन में चिकन फायर किए जाते हैं.
इससे चेक किया जाता है कि इंजन पक्षी के टकराने के लिए सक्षम है या नहीं. ये विंड शील्ड और इंजन दोनों में किया जाता है.
इसमें 2-4 किलों तक की मुर्गियों विंड शील्ड में फेंका जाता है. ये टेकऑफ थ्रस्ट के पीरियड के दौरान किया जाता है.
आपको बता दें कि ये नॉर्मल टेस्ट है और ये अक्सर टेकऑफ से पहले किया जाता है.