हर फ्लाइट में बंदूक लेकर घुसता है ये शख्स, ये बात नहीं जानते हैं ज्यादातर लोग
आम तौर पर परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में हवाई यात्रा के दौरान सुरक्षा जांच ज्यादा सख्त होती है. दरअसल, उड़ान के दौरान किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए ऐसा किया जाता है.
क्या आपको पता है कि इतनी सुरक्षा जांच के बाद भी हर फ्लाइट में बंदूक व अन्य हथियारों के साथ एक शख्स आपकी फ्लाइट में सफर करता है और जब तक फ्लाइट लैंड नहीं हो जाती, यह शख्स फ्लाइट में ही रहता है.
दरअसल, भारत सरकार द्वारा हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर फ्लाइट में एयर मार्शल की तैनाती की जाती है. इन्हें स्काई मार्शल भी कहा जाता है.
स्काई मार्शल आर्म्ड सिक्योरिटी अफसर होते हैं, जो पैसेंजर फ्लाइट्स में गुप्त रूप से यात्रा करते हैं और इन्हें पहचान पाना किसी के लिए भी मुश्किल होता है. यहां तक कि इनके हथियारों को भी कोई नहीं देख सकता.
एक फ्लाइट में एक से दो एयर मार्शलों की तैनाती होती है और यह बात किसी भी पैसेंजर को नहीं पता होती कि एयर मार्शल कहां बैठे हैं. एयर मार्शल का काम प्लेन को हाईजैक होने से बचाना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है.
इंटरनेशनल फ्लाइट्स या खतरे की आशंका को देखते हुए भारत सरकार फ्लाइट में एयर मार्शल की संख्या बढ़ा भी सकती है, जो अधिकतम 6 तक हो सकती है.
आतंकवादी खतरों को देखते हुए NSG कमांडोज को एयर मार्शल के रूप में तैनात किया जाता है, जो हाईजैक जैसी सिचुएशन को डील करने के लिए ही प्रशिक्षित किए जाते हैं.
1999 में कंधार में एयर इंडिया की फ्लाइट आईसी 814 के हाईजैक के बाद एयर मार्शलों की तैनाती शुरू की गई थी. तब से हर घरेलू या इंटरनेशनल फ्लाइट्स में इनकी तैनाती गुप्त रूप से की जाती है.