पाकिस्तान में वोट डालने के बाद नाखून नहीं, इस जगह लगती है स्याही!
भारत में जब चुनाव होते हैं. तब एक चीज हर जगह भारत के हर हिस्से में बड़ी आम होती है. जब कोई पोलिंग बूथ पर वोट डालने जाता है. तब उसके हाथ की एक उंगली पर स्याही से निशाना बना दिया जाता है.
कोई भी वोटर जो वोट देकर आता है. चुनाव करवा रहे संबंधित अधिकारी उसके बाएं हाथ की उंगली के नाखून पर नीले रंग की एक स्याही लगा देते हैं. जिससे यह पता चल जाता है किसने वोट डाला है और किसने नहीं.
पाकिस्तान में इन दिनों आम चुनाव हो रहे हैं. पाकिस्तान में भी वोट डालने के बाद हाथों पर निशान लगाया जाता है. लेकिन यह भारत में वोट डालने के बाद लगाए जाने वाले निशान से अलग निशान होता है. यह नाखून पर नहीं लगाया जाता.
पाकिस्तान में वोट डालने के बाद जब वोटर को नीली स्याही का निशान लगाया जाता है. तो वह बाएं हाथ की उंगली के बजाय उनके अंगूठे पर लगाया जाता है.
भारत में जहां बाएं हाथ की उंगली के नाखून पर यह निशान लगाया जाता है. तो वहीं पाकिस्तान में यह अंगूठे की त्वचा यानी स्किन पर लगाया जाता है. पाकिस्तान में भी इस निशान का मकसद वही होता है यह पता करना किसने वोट दिया है किसने नहीं.
बता दें वोट डालने के बाद हाथों पर जो स्याही लगाई जाती है. उसे इलेक्शन इंक और इंडेलिबल इंक कहा जाता है. जो लगने के 72 घंटे तक नहीं मिटाई जा सकती. यानी एक बार जिसने वोट दे दिया वह फर्जी वोट नहीं डाल सकता.