देसी बाबू ने रचाई अंग्रेजी मेम से शादी, जर्मनी से आए मेहमान
बर्लिन की रहने वाली मरियम हॉफमेन और शामली के गांव लिसाढ़ के रहने वाले अरविंद के बीच तीन साल पहले मर्चेंट नेवी में नौकरी के दौरान दोस्ती हुई. दोनों की दोस्ती प्यार में बदली इसके बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया. दो दिन पहले ही दोनों परिवार के लोग इकट्ठा हुए और हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक शामली के एक बैंक्वेट हॉल में शादी संपन्न कराई.
जर्मनी की मरियम हॉफमेन ने शामली के लिसाढ़ गांव के रहने वाले मर्चेट नेवी के इंजीनियर अरविंद कुमार से शादी की है. हिदू रीति-रिवाज से शादी करने के बाद दोनों ने परिजनों के संग तहसील पहुंचकर कोर्ट मैरिज के लिए भी अर्जी दी.
अरविंद के पिता सोमपाल मलिक गांव लिसाढ़ के निवासी हैं और एयरफोर्स में नौकरी करते हैं. इन दिनों वह दिल्ली में तैनात हैं. उनके बेटा अरविंद कुमार साल 2014 में मर्चेंट नेवी में भर्ती हुए थे. अरविंद दो साल पहले मर्चेंट नेवी की ओर से किसी काम के सिलसिले से जर्मनी गए. इसी दौरान उनकी मुलाकात केनित्जर, बर्लिन की रहने वाली मरियम हॉफमेन से हुई और फिर दोस्ती हो गई.
एक साल पहले ही अरविंद ने मर्चेंट नेवी से नौकरी छोड़ दी और दिल्ली आकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने लगे. इसके बाद भी उनका संपर्क मरियम से बना रहा. इसी बीच मरियम भी मुंबई आ गईं, तो अरविंद से मुलाकात का सिलसिला चल निकला. करीब पांच महीने पहले दोनों के परिवार के लोगों में अरविंद और मरियम की शादी को लेकर बातचीत शुरू हुई और रिश्ता पक्का कर दिया गया.
कहते हैं प्रेम जाति-धर्म, देश-विदेश जैसे बंधन नहीं मानता. ऐसा ही एक अनूठा मेल सोमवार को कलेक्ट्रेट में स्थित तहसील शामली में देखने को मिला. लिसाढ़ के रहने वाले मर्चेट नेवी में इंजीनियर अरविंद कुमार जर्मनी की रहने वाली अपनी जीवनसंगिनी मरियम हॉफमेन के साथ तहसील पहुंचे. इन्होंने एडवोकेट सतेंद्र धीरयान के माध्यम से कोर्ट मैरिज के लिए एसडीएम के समक्ष आवेदन किया.
कोर्ट मैरिज के आवेदन के लिए यह जोड़ा शामली तहसील में एक साथ पहुंचा. जोड़े का बयान दर्ज होने के बाद यहां कानूनी प्रक्रिया पूरी कर मरियम परिवार के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गईं. अधिवक्ता सतेंद्र धीरयान ने बताया कि दोनों की कोर्ट मैरिज के लिए अर्जी दी गई थी. एसडीएम के समक्ष दोनों के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं.
बीते सोमवार को दोनों शादी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे. वहां अधिवक्ता सतेंद्र धीरयान और प्रदीप पंवार से मुलाकात करने के बाद शादी का रजिस्ट्रेशन कराया गया. इस दौरान अरविंद मलिक और उसके पिता सोमपाल, मां मुनेश के अलावा मरियम हॉफमेन, उनके पिता जेन हॉफमेन और मां सिगरुन हॉफमेन भी मौजूद रहीं.
एक सप्ताह पहले मरियम हॉफमेन के माता पिता और अन्य लोग शामली आए. उन्होंने लिसाढ़ गांव में रहकर दीपावली का त्योहार मनाया और शादी की तारीख तय करके 21 अक्तूबर को शामली में कैराना रोड स्थित होटल में विवाह संपन्न कराया. मरियम हॉफमेन खुद कार चलाकर बैंक्वेट हाल पहुंची. उनके साथ अरविंद साइड वाली सीट पर बैठे थे. शादी समारोह में पंडित को बुलाकर फेरे और पूजन की रस्म पूरी कराई गई. शादी समारोह में अरविंद के रिश्तेदारों के अलावा अन्य परिचित भी शामिल हुए.