फोर्ब्स की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में 94वें नंबर पर हैं प्रियंका चोपड़ा, तस्वीरों में देखें टॉप- 10 की लिस्ट
ट्रंप की बेटी इवंका लिस्ट में चौथी नंबर पर हैं. वहीं, भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना 26वें नंबर पर हैं. एचसीएल की सीईओ रोशनी नादर मल्होत्रा 51वें नंबर पर हैं. भारत की किरण मजूमदार-शॉ लिस्ट में 60वें नंबर पर हैं. शोभना भारतीय 88वें नंबर पर हैं. प्रियंका चोपड़ा 94वें नंबर पर हैं. सभी तस्वीरें, साभार: फोर्ब्स ट्वीटर
आईबीएम की सीईओ गिनी रोमैटी ने भविष्य के लिए अपनी रणनीति के केंद्र में कॉगनिटीव कंप्यूटिंग को रखा है, साथ ही उन्होंने ब्लॉकचेन और क्वांटम कंप्यूटिंग पर भारी दांव लगाए हैं. इसकी वजह उन्हें दुनिया की 10वीं सबसे शक्तिशाली महिला का स्थान हासिल हुआ है.
2013 से लॉकहीड मार्टिन के सीईओ मैरिलन हेसन ने डिफेंस, एयरोस्पेस और टेक्नॉलजी के क्षेत्र में रक्षा कंपनी की स्थिति को मजबूती से संचालित किया है जिससे उन्हें दुनिया की 9वीं सबसे शक्तिशाली महिला का स्थान हासिल हुआ है.
बैंको सैन्टेनर की अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक एना पेट्रीसिया बोटिन दुनिया की 8वीं सबसे शक्तिशाली महिला है.
फरवरी 2014 से यूट्यूब के सीईओ के रूप में सुज़ैन वोज्की ने 1.9 ख़रब यूज़र्स का बेस तैयार किया है जो हर महीने उनकी वेबसाइट पर निरंतरता से आते हैं. इसकी वजहे से उन्हें दुनिया की 7वीं सबसे शक्तिशाली महिला का स्थान हासिल हुआ है.
मेलिंडा गेट्स ने बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष के रूप में दान के मामले में सबसे शक्तिशाली महिला के तौर पर अपनी स्थिति बनाए रखी है. इसकी वजह से वो दुनिया की छठी सबसे शक्तिशाली महिला के स्थान पर हैं.
फिडेलिटी इनवेस्टमेंट्स की सीईओ अबीगैल जॉनसन 72 साल पुरानी कंपनी में चीजों में व्यापक बदलाव से नहीं डरती हैं, नए समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने कानूनी धन-खोने वाले म्यूचुअल फंड से दूर होकर वो नए रास्ते तलाश रही हैं. वो दुनिया की 5वीं सबसे शक्तिशाली महिला है.
चौथे नंबर पर मैरी बारा हैं. बारा ने इलेक्ट्रिक वाहनों, स्वचालित कारों और मेवेन नामक राइड-शेयरिंग सर्विस में अरबों डॉलर का निवेश किया है ताकि निर्माता के भविष्य को सुनिश्चित किया जा सके. यही बात उनको दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली महिला बनाती है.
क्रिस्टीन लेगार्ड इस फेहरिस्त में तीसरे नंबर पर हैं. वो साल 2011 से इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) के प्रमुख के पद पर बरकरार हैं. उनके ज़िम्मे चीन, रूस और ब्रिटेन समेत 189 देशों को आर्थिक निरीक्षण देने का बेहद महत्वपूर्ण काम है.
दुनिया की दूसरी सबसे शक्तिशाली महिला का स्थान ब्रिटेन की पीएम थेरेसा मे को हासिल हुआ है. उन्हें ये जगह ब्रेक्ज़िट के बाद समग्र ब्रिटेन को लेकर जारी उनके प्रयासों की वजह से मिली है.
लिस्ट में पहले नंबर पर जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल हैं जो साल 2005 में पहली बार वहां की चांसलर बनीं और अभी अपने चौथे कार्यकाल में हैं. ये बात उन्हें दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिला बनाती है.
प्रतिष्ठित बिज़नेस मैगज़ीन फोर्ब्स ने साल 2018 में दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट जारी की है. इनमें से 10 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट को इस बात के साथ ट्वीट किया गया है कि आख़िर वो इस लिस्ट में क्यों जगह बना पाईं.