'मरने वाले के साथ उम्मीद भी मर जाती है', सुशांत सिंह राजपूत के इन Dialogues ने फैंस को खूब रुलाया
मैं एक फाइटर हूं और मैं बहुत बढ़िया तरीके से लड़ा
I want to attend my own funeral
हीरो बनने के लिए पॉपुलर नहीं बनना पड़ता , वो रियल लाइफ में भी होते हैं.
मैं बहुत बड़े-बड़े सपने देखता हूं लेकिन उन्हें कभी पूरा करने का मन नहीं करता.
जब कोई मर जाता है , तो उसके साथ जीने की उमीद भी मर जाती है.
जन्म कब लेना है और मरना कब है , यह हम डिसाइड नहीं करते पर जीना कैसे है वो हम डिसाइड कर सकते है.
बॉलीवुड के दिवंगत नेता सुशांत सिंह राजपूत की आज बर्थ एनिवर्सरी है. ये अभिनेता आखिरी बार फिल्म दिल बेचारा में नज़र आए. इस फिल्म की उनकी मौत के बाद रिलीज किया गया था. ये फिल्म ऐसी थी जिसे देखकर हर कोई रो पड़ा. फिल्म के डायलॉग्स ऐसे थे कि फैंस अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहे थे. आज बर्थडे एनिवर्सरी जानिए उन डायलॉग्स के बारे में जो हर किसी के दिल को छू गया. इसमें उन्होंने कहा था- कहते हैं प्यार नींद की तरह होता है , धीरे धीरे आता है और फिर एक दम से आप उसमें खो जाते हैं.