आखिरी समय में पाई-पाई को मोहताज हो गए थे ये सितारे, कोई कंगाली में मरा तो किसी के पास नहीं बची थी फूटी कौड़ी
Celebs who died Penniless: आज हम बात करेंगे कुछ ऐसे सितारों के बारे में जिन्होंने फिल्मों में तो खूब नाम कमाया, लेकिन उनका आखिरी समय आर्थिक तंगी में गुजरा
पहले नंबर पर हैं भगवान दादा. भगवान दादा के नाम से मशहूर डायरेक्टर ने फिल्म 'क्रिमिनल' से बॉलीवुड में शुरुआत की और गीता बाली के साथ 'अलबेला' जैसी हिट फिल्में दीं.उनकी जिंदगी में बुरा दौर तब आया जब उन्होंने 'झमेला' और 'अलबेला' जैसी फिल्में बनाई.
दूसरे नंबर पर हैं मीना कुमारी. छह साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत करने वाली मीना कुमारी की लाइफ दूर से देखने पर जितनी खूबसूरत लगती थी पास से वो उतनी ही तबाह थी.
शराब की लत ने उनका लीवर तो खराब किया ही साथ ही पति कमाल अमरोही के साथ उनका रिश्ता भी खराब कर दिया. खबरों की माने तो अपने आखिरी दिनों में उनके पास इलाज तक के पैसे नहीं बचे थे और इसी दौरान उनकी मौत हो गई.
तीसरे नंबर पर हैं ए.के. हंगल. 'इतना सन्नाटा क्यों है भाई'? इस डायलॉग से फेमस हुए ए.के. हंगल की बुढ़ापे में माली हालत इतनी खस्ता हो गई थी कि उनके पास खुद का इलाज कराने तक के पैसे नहीं थे.आखिरी दिनों में अमिताभ बच्चन उन्हें इलाज के लिए 20 लाख रुपये दिए थे.
चौथे नंबर पर हैं परवीन बाबी. 'दीवार', 'नमक हलाल', 'अमर अकबर एन्थोनी' जैसी हिट फिल्मों में काम कर चुकी परवीन अपने आखिरी समय में साइकोलॉजिकल बीमारी से जूझ रही थीं.
वह अकेले रहती थीं. साल 2005 में एक्ट्रेस को उनके अपार्टमेंट में मृत पाया गया था. खबरों की माने तो उनके अकाउंट में एक भी रुपये नहीं थे.
पांचवें नंबर पर हैं भारत भूषण. अपनी एक्टिंग से कालिदास, तानसेन, कबीर और मिर्जा गालिब जैसे कैरेक्टर्स को नया अंदाज देने वाले भारत भूषण का डाउनफॉल तब आया जब उन्हें जूए की लत लग गई थी.
हालत इतनी खराब हो गई थी कि एक्टर को अपना गुजारा चलाने के लिए छोटे-मोटे रोल करना पड़ा था.