'मैं आधा अनाथ और आउटसाइडर हूं...', शाहरुख खान ने आखिर क्यों कहा ऐसा?
बता दें कि वॉल्ट डिज़नी स्टूडियोज़ इंडिया द्वारा शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, शाहरुख ने मुफासा: द लायन किंग के बारे में भी बात की थी. इसमें उन्होंने मुफासा को अपनी आवाज दी थी. इसी दौरान एक्टर ने कहा कि उनकी असली स्टोरी भी मुसाफा से मिलती है. और उन्होंने खुद को आधा अनाथ और इंडस्ट्री में आउटसाइडर बताया.
क्लिप में, शाहरुख ने कहा, अगर मैं विनम्र नहीं होता और कहता, 'हां मेरी ही कहानी ऐसी है' तो यह इसमें फिट हो सकता है, टेक्निकली स्पीकिंग जिनके पेरेंट्स नहीं होते हैं वे अनाथ होते हैं. मैंने अपने माता-पिता को लगभग युवावस्था में ही खो दिया था, इसलिए मैं आधा अनाथ हूं.
बता दें कि शाहरुख खान जब 15 साल के थे तभी उनके पिता मीर ताज मोहम्मद का इंतकाल हो गया था. एक्टर के पिता की मौत के 10 साल बाद उनकी मां लतीफ फातिमा खान भी चल बसी थीं.
उन्होंने आगे कहा, यह एक आउटसाइडर की कहानी है, मेरा कोई भी परिवार फिल्म मेकिंग के बिजनेस में नहीं रहा है. मैं दिल्ली से मुंबई आया था, इसलिए मैं भी एक आउटसाइडर है. ये किंग की कहानी है, तो, हाँ, मैं एक राजा हूं.
वहीं आउटसाइडर होने पर शाहरुख खान ने कहा कि आउटसाइडर होना काफी डरावना होता है.
शाहरुख ने मुफासा के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह त्याग, दोस्ती और वफादारी के बारे में एक बहुत ही दिलचस्प कहानी है. जब मैं फिल्म की डबिंग कर रहा था तो बहुत सारी भावनाएं थीं. मैंने सोचा, 'कितना अच्छा इंसान है, कितना अच्छा किरदार है. कितना अच्छा ह्यूमन बिइंग शेर है.
शाहरुख ने डिज्नी की आगामी फिल्म के हिंदी संस्करण में मुफासा को अपनी आवाज दी है। उनके बेटे आर्यन खान ने सिम्बा को आवाज दी है और अबराम युवा मुफासा की आवाज के रूप में शामिल हुए हैं। अन्य आवाज़ों में पुंबा के रूप में संजय मिश्रा, टिमोन के रूप में श्रेयस तलपड़े और ताका के रूप में मियांग चांग शामिल हैं।