31 अक्टूबर को सिनेमाघरों में मिलेगी एंटरटेनमेंट की तगड़ी डोज, री-रिलीज होंगी एक या दो नहीं 7 फिल्म
शाहरुख़ खान के 60वें जन्मदिन के मौके पर उनके फैंस के लिए एक खास तोहफा लाया जा रहा है, शाहरुख़ खान फिल्म फेस्टिवल. इस फेस्टिवल में दर्शक शाहरुख़ की सात आइकॉनिक फिल्मों को फिर से बड़े पर्दे पर देख सकेंगे. देश के कई शहरों के 75 थिएटर्स में मैं हूं ना, ओम शांति ओम, चेन्नई एक्सप्रेस, दिल से, देवदास, कभी हां कभी ना और जवान जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दोबारा रिलीज होंगी. साथ ही प्रभास की बाहुबली: द एपिक को भी दोनों भागों को मिलाकर नए अंदाज़ में पेश किया जाएगा. यह फेस्टिवल शाहरुख़ के जन्मदिन को फैंस के लिए एक यादगार फिल्मी सेलिब्रेशन बना देगा.
पिछले कुछ समय में फिल्मों की री-रिलीज़ का ट्रेंड काफी बढ़ गया है. पहले जहां पुरानी फिल्मों को सिर्फ टीवी या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर देखकर सटिस्फैक्शन करना पड़ता था, वहीं अब फिल्ममेकर और डिस्ट्रीब्यूटर इन्हें थिएटर में दोबारा रिलीज़ कर रहे हैं, ताकि दर्शक उन यादगार पलों को फिर से महसूस कर सकें. यह उन मूवी लवर्स के लिए एक गोल्डन मौका होता है जिन्होंने इन फिल्मों को पहली बार रिलीज़ के दौरान नहीं देखा था, या जो अपने पसंदीदा सितारों को बड़े पर्दे पर दोबारा देखने की इच्छा रखते हैं.
31 अक्टूबर की यह री-रिलीज़ खास इसलिए भी है क्योंकि इसमें बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडस्ट्री तक की हिट फिल्में शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस लिस्ट में शाहरुख खान, प्रभास, यश और अन्य स्टार्स की फिल्में शामिल होंगी, जिन्हें थिएटर में फिर से देखने का एक्साइटमेंट अपने चरम पर है. यह दिन किसी मूवी फेस्टिवल से कम नहीं होगा, जहां दर्शक एक ही दिन में अलग-अलग लैंग्वेज, कैटेगरी और इमोशंस की फिल्मों का आनंद ले सकेंगे.
ओटीटी के बढ़ते चलन के बाद थिएटरों की रौनक कुछ कम हो गई थी. लेकिन जब दर्शकों को उनकी पसंदीदा फिल्मों का असली थिएटर एक्सपीरियंस दोबारा मिलेगा, तो निश्चित रूप से थिएटर में भीड़ लौटेगी. यह कदम बॉक्स ऑफिस के लिए भी राहत भरा साबित होगा, क्योंकि क्लासिक फिल्मों की री-रिलीज़ से टिकट सेल और ऑडियंस कनेक्ट दोनों में इजाफा होता है. इसके साथ ही यह भी साबित होगा कि बड़े पर्दे पर फिल्म देखने का एक्सपीरियंस आज भी सबसे खास है.
इन फिल्मों की री-रिलीज़ का एक और बड़ा ऑब्जेक्टिव है नई पीढ़ी को क्लासिक सिनेमा से जोड़ना. आज के समय में युवा दर्शक ज्यादातर नई फिल्मों और ट्रेंडी कंटेंट की ओर अट्रैक्टेड हैं. लेकिन उन्हें शायद ही पता होता है कि पहले की फिल्में कितनी इमोशनल, दिलचस्प और आर्टिस्टिक रूप से गहरी हुआ करती थीं. इन री-रिलीज़ के जरिए वे न सिर्फ उन फिल्मों को देख पाएंगे, बल्कि उस दौर के सिनेमाई जादू से भी परिचित हो सकेंगे, जिसने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयां दी थीं.
जो दर्शक इस सिनेमाई जश्न का हिस्सा बनना चाहते हैं, उनके लिए यह जरूरी है कि वे पहले से बुकिंग करा लें. इतने बड़े पैमाने पर फिल्मों की री-रिलीज़ होने के कारण टिकटों की मांग बहुत ज्यादा होगी और कई शो हाउसफुल हो सकते हैं. परिवार और दोस्तों के साथ थिएटर में इन फिल्मों को देखना न सिर्फ एंटरटेनमेंट का मज़ा देगा, बल्कि पुरानी यादों को भी ताजा कर देगा.
31 अक्टूबर 2025 का दिन भारतीय मूवी लवर के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं होगा सात फिल्मों की एक साथ री-रिलीज़ और शाहरुख खान के जन्मदिन के आस-पास आने वाला यह मौका दर्शकों के लिए एक इमोशनल और जश्न से भरा एक्सपीरियंस लेकर आएगा.