कभी रेलवे स्टेशन पर काटे थे 27 दिन, फिर 67 की उम्र में दे डाली 300 करोड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म
ये एक्टर कोई और नहीं अनुपम खेर हैं. उन्होंने अपने 40 साल के करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं और अपनी दमदार अदाकारी का लोहा भी मनवाया है. हालांकि एक समय उनके पास खाने के लिए पैसे तक नहीं होते थे और उन्हें रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोना तक पड़ा था.
अनुपम खेर ने फिल्म सारांश में 60 साल के पिता के किरदार से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. हाल ही में अनुपम ने गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (IFFI) में एक मास्टरक्लास आयोजित की थी और वहां उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों का खुलासा किया था.
जब अनुपम खेर हीरो बनने के लिए मुंबई आए थे तो वह गंजेपन से पीड़ित थे. पतले बाल और पैची सिर वाले अनुपम जब फिल्मों में काम मांगते थे तो कई बार उनका मजाक उड़ाया जाता था. खेर ने बताया था कि उस समय लोग उन्हें लेखक या असिस्टेंट डायरेक्टर बनने की सलाह देते थे और कहा जाता था कि वह अभिनेता बनने के योग्य नहीं हैं.
कर्मा अभिनेता ने आगे खुलासा किया कि जब वह खाना, सिर पर छत और काम की तलाश कर रहे थे के लिए प्रयास कर रहे थे, तो उन्होंने देखा कि कैसे जिन लोगों की उन्होंने मदद की थी उन्होंने एक समय के बाद उन्हें छोड़ दिया था. खेर ने यह भी स्वीकार किया कि जब उन्हें सोने के लिए जगह नहीं मिली तो उन्होंने रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोने का फैसला किया. अनुपम ने बताया कि वह 27 दिनों तक बांद्रा रेलवे स्टेशन पर एक बेंच पर सोए थे.
अनुपम ने अपने अब तक के करियर में कई तरह की भूमिकाएं निभाई हैं. उन्होंने कर्मा में खलनायक डॉ. डैंग, चालबाज़ में त्रिभुवन दास की भूमिका निभाई और फिर दिल, बेटा, शोला और शबनम और वक्त हमारा है में अपने कॉमिक परफॉर्मेंस से सबका दिल जीत लिया.
500 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय करने के बाद, उन्होंने द कश्मीर फाइल्स के साथ अपनी पहली 300 करोड़ रुपये की ब्लॉकबस्टर फिल्म दी थी. विवेक अग्निहोत्री की फिल्म के दौरान, खेर 67 साल के थे. वर्क फ्रंट की बात करें तो खेर को आखिरी बार विजय 69 में देखा गया था.
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म के दौरान, खेर 67 साल के थे. वर्क फ्रंट की बात करें तो खेर को आखिरी बार विजय 69 में देखा गया था.