20 Years Of Gadar: सनी देओल के वो दमदार डायलॉग्स जिन्होंने पाकिस्तान में मचा दिया था 'गदर'
बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म गदर: एक प्रेम कथा को 20 साल पूरे हो गए हैं. ऐसे में हम आपके लिए इस फिल्म के कुछ ऐसे डायलॉग्स लेकर आए हैं जिन्होंने पूरी दुनिया में तालियां बटोरीं.
मुझ गरीब पर रहम तुमने क्या किया, जो कुछ था मेरे पास सब लूट लिया.
अगर मैं अपने बीवी-बच्चे के लिए सर झुका सकता हूं, तो मैं सबके सर काट भी सकता हूं.
अशरफ अली! आपका पाकिस्तान जिंदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा.
image 4एक कागज पर मोहर नहीं लगेगी तो क्या तारा पाकिस्तान नहीं जाएगा? मुझे मेरे बच्चे को उसकी मां से मिलाने से कोई सरहद नहीं रोक सकती.
ज़िंदगी कितनी ही बेरहम क्यों न हो, जीना तो पड़ता है मैडम जी, जीना तो पड़ता है.
इस मुल्क से ज़्यादा मुसलमान हिन्दुस्तान में हैं. उनके होंठ और दिलों की धड़कनें हमेशा यही कहती हैं ‘हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद’. तो क्या वो पक्के मुसलमान नहीं हैं?
ये मुल्क है कोई खेत का टुकड़ा नहीं, जो यूं ही बंट जाएगा.
बाप बनकर बेटी को विदा कर दीजिए, इसी में सबकी भलाई है, वरना अगर आज ये जट बिगड़ गया तो सैकड़ों को ले मरेगा.
आदमी का सबसे बड़ा मज़हब है अपनी बीवी और बच्चों की हिफाज़त करना.