हाल ही में हथिनी ने खोया था अपना बच्चा, अब एक और हाथी हुआ ट्रेन हादसे का शिकार
प्रकृति का समन्वय बनाए रखने के लिए इसे लेकर ज़रूरी कदम उठाए जाने चाहिए.
आए दिन ट्रेन की टक्कर में हाथियों के घायल होने और जान गंवाने की ख़बरें सामने आती रहती हैं.
दरअसल हादसे की वजह से लगी चोट के कारण पेट में पल रहे हथिनी के बच्चे की भी जान चली गई.
इसे प्रकृति और टेक्नॉलजी की सीधी टक्कर के तौर पर देखा जा सकता है.
एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले हाथियों को दफना दिया गया.
चिंता की बात ये है कि ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
इसी हादसे में एक मादा हाथी को अपना बच्चा भी गंवाना पड़ा.
तस्वीरों में आप जिस हाथी को देख रहे हैं उसे ट्रेन से टक्कर लग गई. हाथी गंभीर रूप से घायल है.
ये हृदयविदारक तस्वीरें असम के नगांव की हैं.
इसके पहले भी असम में हादसे के कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी. गुवाहाटी में बीते 17 दिसंबर को ट्रेन की टक्कर में तीन हाथी घायल हो गए थे.
देश के पूर्वोत्तर के राज्य असम में आए दिन ट्रेन से हाथियों का एक्सीडेंट होता रहता है.