वीके सिंह, हर्षवर्धन, अश्विनी चौबे... 2024 में नहीं मिला टिकट, अब बन सकते हैं राज्यपाल
दरअसल, आने वाले जुलाई से सितंबर के महीनों में देश के 9 राज्यपालों का कार्यकाल खत्म होने वाला है. इनमें उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदी बेन पटेल, मेघालय के फागू चौहान, महाराष्ट्र के रमेश बैस, मणिपुर की अनुसुइया उइके और राजस्थान के कलराज मिश्र शामिल हैं.
इसके साथ ही गुजरात के आचार्य देवव्रत, केरल के आरिफ मोहम्मद खान, हरियाणा के बंडारू दत्तात्रेय और पंजाब के बनवारी लाल पुरोहित का कार्यकाल भी आने वाले समय में खत्म होने वाला है.
इस स्थिति में इन बड़े नेताओं को राज्यपाल बनाए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि, इन नेताओं में खासतौर पर जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह, अश्विनी चौबे और डॉ. हर्षवर्धन के नाम की चर्चाएं सियासी गलियारों में सबसे ज्यादा हैं.
जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह 2014 और 2019 में यूपी के गाजियाबाद से सांसद बने.
केंद्र सरकार में वीके सिंह ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री के तौर पर सेवाएं दी थी.
डॉ. हर्षवर्धन की बात करें तो वो दिल्ली की चांदनी चौक सीट से सांसद बने. डॉ. हर्षवर्धन 5 बार दिल्ली में विधायक भी चुने गए. 1993-1998 के बीच दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून और न्याय और विधायी मामलों के मंत्री रहे. उन्होंने केंद्र सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ पृथ्वी विज्ञान के मंत्री रहे.
बिहार की बक्सर सीट से अश्विनी चौबे लगातार दो बार संसद पहुंचे. केंद्र सरकार में अश्विनी चौबे कंज्यूमर अफेयर्स, खाद्य और सार्वजनिक वितरण के साथ पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में राज्य मंत्री के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं.
हालांकि, चर्चाएं ये भी हैं कि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है. आरिफ मोहम्मद खान का कार्यकाल 6 सितंबर 2024 को पूरा हो रहा है. वहीं, पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है.