हरियाणा का विनिंग फॉर्मूला यूपी लाकर उपचुनाव में अखिलेश यादव को टेंशन देगी BJP, जानें क्या है ये
हरियाणा में बीजेपी ने मार्च 2024 में नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर ओबीसी का फॉर्मूला अपनाया, जो पार्टी के लिए रामबाण साबित हुआ.
बीजेपी अब वही फॉर्मूला उत्तर प्रदेश में अपनाने जा रही है, जिसके तहत पार्टी ओबीसी तक अपनी पहुंच बढ़ाकर फिर से एक और चुनावी रणनीति को दोहराने की योजना बना रही है.
लोकसभा चुनाव और फिर अब हरियाणा विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन बीजेपी पर आरक्षण खत्म करने और ओबीसी विरोधी होने का आरोप लगाती रही. बीजेपी ने नायब को मुख्यमंत्री बनाकर ओबीसी वोटर का वोट पाने में कामयाब रही.
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में 50 फीसदी से अधिक मतदाता ओबीसी वर्ग से आते हैं, इसलिए बीजेपी यहां अखिलेश यादव और राहुल गांधी के मनसूबे पर पानी फेरने के लिए प्लानिंग में जुट गई है.
भारतीय जनता पार्टी इसके तहत जल्द ही उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग मोर्चा अभियान अलग से शुरू करेगा. बीजेपी की इस पहल के जरीए यह संदेश देना चाहती है कि वह ओबीसी के अधिकारों और आरक्षण की रक्षा करेंगे, जिससे मतदाताओं की चिंता को दूर किया जा सके.
इंडिया टुडे की रिपोर्टे के मुताबिक हाल की में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी के बीच बैठक हुआ, जिसमें ओबीसी अधिकारों के बारे में जो गलत धरणा बनी है, उसे दूर करने पर बात हुई.
इंडिया टूडे से बात करते हुए बीजेपी उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने कहा कि हरियाणा में हमने सभी 36 समुदायों के साथ खड़े होने का प्रयास किया. उन्होंने कहा, इसी का नतीजा है कि यहां कांग्रेस की करारी हार हुई. आने वाले सभी चुनावों में भी हम सबको साथ लेकर चलेंगे और जनता का समर्थन हमारे साथ रहेगा.