CM Yogi ने दाखिल किया नामांकन, Amit Shah ने बताया Gorakhpur का मतलब
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने शुक्रवार को गोरखपुर (Gorakhpur) शहर विधानसभा क्षेत्र से BJP के उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया. योगी (CM Yogi) के नामांकन के समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे. गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में शुक्रवार को आयोजित जनसभा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया.
गोरखपुर से पांच बार सांसद (1998-2017) रह चुके गोरक्षपीठ के महंत एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामांकन दाखिल करने से पहले गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की. योगी ने ट्वीट किया, ''आज श्री गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान के साथ देवाधिदेव महादेव का रुद्राभिषेक कर लोक-कल्याण एवं लोक-मंगल की कामना की.'' रुद्राभिषेक के बाद योगी ने अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
योगी मंदिर से निकलकर गोरखपुर हवाई अड्डे पहुंचे और वहां उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगवानी की. अमित शाह और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत योगी का काफिला महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में आयोजित सभा स्थल पर पहुंचा जहां शाह और योगी ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया.
साल 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी विधान परिषद के सदस्य चुने गये थे और वह पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं.
अमित शाह (Amit Shah) ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ की बड़ी सफलता है कि 25 वर्ष बाद उन्होंने राज्य में कानून का राज स्थापित किया है.
अमित शाह (Amit Shah) ने जनता से तेज आवाज में नारे लगाने का आह्वान करते हुए कहा,‘‘ योगी जी को आज नामांकन दाखिल करना है, यहां से सहारनपुर तक आवाज जानी चाहिए कि बीजेपी 300 का आंकड़ा पार कर रही है.’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी महागठबंधन पहले भी उत्तर प्रदेश में बीजेपी से हार चुका है और आगे भी हारेगा.
शाह (Amit Shah) ने कहा कि गोरखपुर को एक जमाने में उत्तर प्रदेश-बिहार के माफियाओं के छिपने का स्थान माना जाता था लेकिन आज गोरखपुर का मतलब बदल गया है. इसे उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि ‘जी’ से गंगा एक्सप्रेस, ‘ओ’ से ऑर्गेनिक खेती, ‘आर’ से रोड, ‘ए’ से एम्स, ‘केएच’ से खाद का कारखाना, ‘पीयू’ से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, और ‘आर’ से रीजनल रिसर्च सेंटर बनाने का काम योगी आदित्यनाथ ने किया है.