UP By Election: यूपी उपचुनाव में अखिलेश और बीजेपी की टेंशन बढ़ा रहे चंद्रशेखर आजाद! जानें किस वोट बैंक से देंगे टक्कर
इन सब के बीच इस चुनाव में नगीना के सांसद चंद्रशेकर की पार्टी आजाद समाज पार्टी की भी एंट्री हो चुकी है जो बीजेपी और अखिलेश यादव से लेकर मायावती के लिए चिंता का विषय हो सकती है.
एएसपी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उन्होंने चार विधानसभा सीटों खैर (अलीगढ़), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), कुंदरकी (मुरादाबाद) और गाजियाबाद सदर (गाजियाबाद) पर प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं.
एएसपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार चित्तौड़ ने बताया कि पार्टी फूलपुर (प्रयागराज), मंझवा (भदोही), कटेहरी (अंबेडकर नगर), मिल्कीपुर (अयोध्या), सीसामऊ (कानपुर) और करहल (मैनपुरी) में बैठकें करेगी. इसके बाद पार्टी बाकी सभी सीटों के लिए प्रभारियों के नामों की घोषणा करेगी.
दरअसल, चंद्रशेखर ने किसी भी पार्टी से गठबंधन करने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि गठबंधन जनता से है और इसी के सहारे यूपी में उपचुनाव लड़ेंगे. जनता ने इन सभी पार्टियों को देख लिया और भरोसा उठ चुका है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस चुनाव में नए लोगों की मौका देगी. चंद्रशेखर लगातार दलित, मुस्लिम, आदिवासियों का आवाज उठा रहे हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान चंद्रशेखर ने नगीना सीट से चुनाव लड़ा था और जीता भी. नगीना सीट पर दलित और मुस्लिम वोट चंद्रशेखर को एक तरफा मिला. एक तरफ जहां मुस्लिम वोट बैंक समाजवादी पार्टी का माना जाता है तो दलित वोट मायावती की पार्टी का लेकिन इस बार के चुनाव में चंद्रशेखर ने ये दोनों ही वोट बैंक में सेंध लगाई है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की इस सीट पर चंद्रशेखर आजाद को 51.19 प्रतिशत वोट मिले, जबकि इस सीट पर मुस्लिम और दलितों की संख्या ज्यादा है. वहीं, बीएसपी सिर्फ 1.33 प्रतिशत वोट शेयर के साथ चौथे नंबर पर रही.
दलित मतदाताओं का एएसपी की ओर रुख करना बीएसपी के लिए चिंता का विषय बन गया गया है तो वहीं, मुसलमान वोट में सेंध लगाकर बैठे अखिलेश यादव के लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं. इसके साथ ही जो दलित वोट मायावती से छिटक कर बीजेपी को मिला वो भगवा पार्टी को टेंशन दे सकता है.