BJP Lost Ayodhya: अयोध्या में बीजेपी की हार का मिल गया कारण, क्यों राम की नगरी में हुई शिकस्त, पढ़िए
‘यूपी तक’ से बातचीत करते हुए एक स्थानीय ने बताया कि यहां के व्यापारी काफी समय से परेशान हैं. कोई सुनने वाला नहीं है.
राम मंदिर के पास ‘राम पथ’ में कई दुकानदारों ने अपना दुकान खोया. जिसके बाद उन्हें मुआवजा तो मिला, लेकिन वो इससे खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि मुआवजा नाकाफी था.
व्यापारियों ने कहा कि काफी समय से उनके पास अब कोई रोजगार नहीं है और वो भटक रहे हैं. उन्होंने कहा कि सांसद के पास भी गए. लेकिन सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि व्यापारियों के वोट की जरुरत नहीं है.
एक व्यापारी नेता ने कहा कि ‘राम पथ’ पर तकरीबन 1500 व्यापारियों की दुकानें चली गईं. बीजेपी सरकार ने कहा था कि दुकानें खोने वालों को विस्थापित करके दुकान दिया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसलिए ऐसा परिणाम आया है.
स्थानीय व्यापारी ने कहा कि यहां पुश्तैनी दुकानदार थे और चौथी पीढ़ी काम कर रही थी. लेकिन उन्हें बिना सोचे-समझे हटा दिया गया.
व्यापारियों ने कहा कि काफी कम मुआवजा देकर सबको हटा दिया गया. इसलिए लोगों बीजेपी को सबक सिखा दिया.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने का श्रेय बीजेपी लेती रही है और 2014 से लगातार बीजेपी के लल्लू सिंह फैजाबाद से दो बार सांसद भी बने. इस बार भी बीजेपी की जीत तय मानी जा रही थी. लेकिन लोगों ने ये सीट इस बार सपा को देत हुए बीजेपी को जोर का झटका दिया है.
समाजवादी पार्टी के अवेधश प्रसाद ने बीजेपी के निवर्तमान सांसद लल्लू सिंह को 50 हजार से अधिक वोटों से हराया है.