Old Rajendra Nagar Accident: 'हर कोई चाहता है बलि का बकरा', छात्रों का गुस्सा फूटने पर बोले विकास दिव्यकीर्ति ने कह दी बड़ी बात, बोले- मुझे तो...
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने कोचिंग केंद्र हादसे को लेकर मंगलवार (30 जुलाई, 2024) को समाचार एजेंसी 'एएनआई' से कहा, मुझे निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि ऐसे मामलों में हर कोई बलि का बकरा चाहता है. प्रशासन के लिए इससे चीजें आसान हो जाती हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मोटिवेश्नल रील्स और लाइफ लेसंस से जुड़े वायरल वीडियो के जरिए लोकप्रिय हुए विकास दिव्यकीर्ति ने आगे बताया कि प्रशासन को लगता है कि वे लोग सुरक्षित हैं. एक व्यक्ति को पीड़ित होने दें और यहां तक कि समाज को भी लगता है कि उन्हें आरोपी मिल गया है.
यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी कराने वाली दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर के फाउंडर ने इंटरव्यू के दौरान यह भी कहा कि स्टूडेंट्स फिलहाल भावनात्मक उथल-पुथल से गुजर रहे हैं, उनके गुस्से का कारण यह है क्या मैं उनके साथ खड़ा नहीं था.
विकास दिव्यकीर्ति के मुताबिक, सीलिंग की कार्रवाई 50 से ज्यादा संस्थानों पर हुई, जिनमें से एक हमारा भी है. तीन बच्चों की जान गई, यह बेहद दर्दनाक था. पिछले तीन दिनों से जब भी हम घर पर बात करते हैं या सोने जाते हैं तो एक तस्वीर मेरे सामने आ जाती है, सोचिए कि जब अंदर पानी भरा होगा तो उन बच्चों पर क्या गुजरी होगी?
इतिहास से लेकर समाजशास्त्र की पढ़ाई करने वाले विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, अभी जो छात्र विरोध कर रहे हैं, उन्होंने जो भी बातें कही हैं, वे वैध हैं. यह अच्छा है कि मैं आज तीन-चार विद्यार्थियों से मिला हूं. मेरी दिल्ली के एलजी के साथ बैठक हुई. उस मीटिंग में कुछ छात्र भी आए थे और कई संस्थानों के मालिक भी थे. वहां डीडीए, एमसीडी, अग्निशमन विभाग, मुख्य सचिव समेत दिल्ली सरकार के शीर्ष अधिकारी भी थे.
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, हम इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि बेसमेंट को सील किया जाना चाहिए लेकिन दिल्ली मेट्रो अंडरग्राउंड बेसमेंट में चलती है और पालिका बाजार बेसमेंट में ही है. दिल्ली के लगभग हर मॉल के बेसमेंट में बहुत बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं क्योंकि वहां का बेसमेंट ठीक से बनाया गया है.
टीचर के अनुसार, मैं रिकॉर्ड पर कह रहा हूं कि हमने एनओसी के लिए बेसमेंट का पूरा लेआउट एमसीडी, डीडीए और अग्निशमन विभाग को सौंप दिया है. अब तक वहां से कोई अस्वीकृति नहीं हुई है लेकिन इसके बावजूद इस घटना को देखने के बाद कि पिछले तीन दिनों में जो हुआ, मुझे लगता है कि यह लापरवाही थी.