Maharashtra Elections: उद्धव ठाकरे गुट की नेता के खिलाफ किसने जारी कर दिया फतवा, जानें
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है. एक तरफ महायुति यानी बीजेपी गठबंधन और दूसरी तरफ महाविकास आघाडी गठबंधन सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय कर रही है.
लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी मराठा आरक्षण का मुद्दा बड़ा फैक्टर रहने वाला है. मराठा आरक्षण का विरोध करने वाले और मराठा समाज के युवकों को कथित एट्रोसिटी के मामले दर्ज कराने वाले नेता समाज के रडार पर है.
मुंबई की कुर्ला विधानसभा में शिवसेना ठाकरे गुट के संभावित उम्मीदवार प्रवीणा मोरजकर के खिलाफ संभाजी ब्रिगेड ने फतवा जारी कर दिया है. संभाजी ब्रिगेड ने उद्धव ठाकरे सहित शिवसेना उद्धव गुट के बड़े नेताओं को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
संभाजी ब्रिगेड का आरोप है की शिवसेना उद्धव गुट की नेता और संभावित उम्मीदवार प्रवीणा मोरजकर ने मराठा समुदाय के लोगों पर एट्रोसिटी के दर्जनों झूठे मामले दर्ज कराए है और इससे मराठा समाज के युवकों का करियर प्रभावित हुआ.
शिवसेना उद्धव गुट की और से कुछ दिनों पहले कुर्ला से संभावित उम्मीदवार के रूप में पूर्व नगरसेविका प्रविणा मोरजकर के नाम की घोषणा की गई, जिससे मराठा समुदाय में काफी नाराजगी है. इस संबंध में मुंबई के संभाजी ब्रिगेड संगठन के अध्यक्ष सुहास वंदना राणे ने सीधे तौर पर शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव बालासाहेब ठाकरे को पत्र लिखकर सीधे हस्तक्षेप की मांग की है.
पूर्व नगरसेविका प्रविणा मनिष मोरजकर पर संगठन का आरोप है कि उन्होंने अपने नगरसेविका कार्यकाल में मराठा समाज के ११ से अधिक लोगों पर विभिन्न अवसरों पर झूठे एट्रोसिटी के मामले दर्ज किए है.
संघटन का कहना है, मराठा समाज को बदनाम करने के लिए एट्रोसिटी जैसे धाराओं का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, जिस वजह से संभाजी ब्रिगेडने मांग की है कि मराठा समाज को झूठे एट्रोसिटी के मामलों में फंसाकर परेशान करने वाले व्यक्ति को उम्मीदवारी हरगिज नही मिलनी चाहिए.