Maharashtra Assembly Elections 2024: क्या है राज ठाकरे की स्ट्रेटजी, MNS के गेम में फंस गई महायुति और आघाडी!
राज ठाकरे की पार्टी 288 में से 139 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन सवाल यह है कि बड़े गठबंधन की लड़ाई में राज ठाकरे की पार्टी 139 विषय कितनी सीटों पर चुनाव जीत पाएगी. कितनी सीटों पर उनकी जमानत जब्त होगी और कितनी सीटों पर दूसरे दलों का खेल बिगाड़ पाएगी.
चुनावी रैली में राज ठाकरे एकनाथ शिंदे पर हमलावर होते दिखते हैं और भाजपा का जिक्र भी नहीं करते.अब सवाल यह है कि क्या बीजेपी ने राज ठाकरे के साथ मिलकर कोई गेम प्लान बनाया है और अगर ऐसा है तो इसके पीछे का उद्देश्य क्या है?
भाजपा भले ही गठबंधन की सरकार चल रही है, लेकिन दुख यह भी है कि उसका कोई अपना मुख्यमंत्री नहीं है. इसलिए भाजपा की कोशिश यह होगी कि न सिर्फ महाराष्ट्र में अपनी सरकार बनाएं बल्कि अपना मुख्यमंत्री भी खड़ा करें.
बीजेपी को न सिर्फ सबसे बड़ी पार्टी बना होगा बल्कि बहुमत के इतने करीब पहुंचना होगा, जहां से उस पर दबाव न पड़े. यही वजह है कि भाजपा 148 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. यहां बहुमत का एक आंकड़ा 145 है. ऐसे में राज ठाकरे अगर कुछ सीटें जीत जाते हैं तो बीजेपी का दबाव कम होगा.
महाराष्ट्र में सहयोगियों की सीट घटने और एमएनएस और निर्दलीय विधायकों की संख्या बढ़ाने का सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा. वैसे भी राज ठाकरे को ना तो बीजेपी की सरकार से कोई दिक्कत है और न ही भाजपा के मुख्यमंत्री से.
मुंबई की 36 सीटों में बीजेपी और राज ठाकरे की दोस्ती दिखाई दे रही है. सात विधानसभा सीटें ऐसी है, जहां राज ठाकरे ने बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, जबकि उनका सबसे ज्यादा प्रभाव मुंबई में ही है. इतना ही नहीं बीजेपी से शिवसेना में जाकर चुनाव लड़ रही शाइना एनसी के खिलाफ भी राज ठाकरे ने उम्मीदवार नहीं खड़ा किया.
मुंबई की शिवड़ी विधानसभा सीट पर महायुती का कोई प्रत्याशी नहीं है. यहां से उद्धव ठाकरे गुट के अजय चौधरी मैदान में है. उनके सामने एमएनएस के बाला नांदगांवकर चुनाव लड़ रहे हैं तो हिंगणा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने निवर्तमान विधायक समीर मेघे को टिकट दिया है. इस विधानसभा सीट पर भाजपा ने खुला ऐलान किया है कि वह एमएनएस प्रत्याशी का समर्थन करेगी.