BJP को मात देने के लिए राहुल का मास्टरस्ट्रोक, जानिए महाराष्ट्र में किस प्लान से बढ़ाई सत्तारूढ़ दलों की परेशानी
ये दोनों मुद्दे ऐसे हैं जिनकी वजह से लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्रु और उत्तेर प्रदेश में बीजेपी को काफी नुकसान हुआ था और उसकी सीटें कम हो गई थीं.
महाराष्ट्र से पहले राहुल गांधी ने झारखंड में भी इन दोनों मुद्दों को उठाया था. एक्सपर्ट बता रहे हैं कि कांग्रेस को इसका फायदा मिल सकता है.
राहुल गांधी ने नागपुर के रेशमबाग इलाके में सुरेश भट्ट हॉल के पास ‘संविधान बचाओ सम्मेमलन’ का आयोजन किया. यह वही जगह है जहां आरएसएस का दफ्तर है.
अब सवाल ये उठता है कि आखिर राहुल गांधी ने यही जगह क्यों चुनी. दरअससल, कुछ साल पहले बिहार चुनाव के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण पर एक बयान दिया था, जिसके बाद बीजेपी को काफी नुकसान हुआ.
राहुल ने उसी पॉइंट को फिर से छेड़ते हुए नागपुर में हेडगेवार स्मालरक से कुछ ही दूरी पर कहा कि संघ छुपकर संविधान पर हमला करेगा. सीधे सामने से वार करने की हिम्मत नहीं करता.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि संविधान समानता, एक व्यक्ति-एक वोट, सभी के लिए और हर धर्म, जाति, राज्य तथा भाषा के लिए सम्मान की बात करता है.
उन्होंने आगे कहा कि संविधान में सावित्रीबाई फुले, और महात्माा गांधी की आवाज है. मगर बीजेपी और संघ संविधान पर हमला कर रहे हैं. उनका हमला देश की आवाज पर हमला है.
राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की भी बात की. उन्होंने कहा, जाति जनगणना हुई तो पता चलेगा कि दलितों, ओबीसी और आदिवासियों के साथ किस तरह का अन्यालय हो रहा है. उन्होंगने ये भी कहा कि हम 50 प्रतिशत आरक्षण सीमा की दीवार भी तोड़ देंगे.