Lok Sabha Elections 2024: मंच पर ही क्यों भावुक हो गए वरुण गांधी, जानिए क्या बोले
‘यूपी तक’ के मुताबिक, वरुण ने कहा, हमारा जितना दायरा है, उसी में काम करना चाहिए. मैं हमेशा यह बात कहता हूं कि मैं नेता नहीं एक बेटे के रूप में आपके बीच आया हूं. अभी नहीं जब से हम पैदा हुए तब से यह हमारी कर्मभूमि है. यह हमारा परिवार है.
वरुण ने लोगों के बीच पहुंचकर अपनी जो बातें रखीं, उनमें एक भावनात्मक अपील थी, वरुण ने जनता को संबोधित करते हुए अपनी मां को लेकर कहा कि दुनिया साथ दे या ना दे, मां कभी साथ नहीं छोड़ती. इस दौरान वो भावुक नजर आए.
वरुण ने कहा, जब मैं सुल्तानपुर पहली बार आया, तब मुझे अपने पिताजी की खुशबू यहां पर लगी लेकिन आज मुझे यह कहने पर गर्व हो रहा है कि मैं अपनी मातृभूमि में आ गया हूं.
वरुण गांधी ने कहा कि यहां जितने लोग मौजूद हैं, अगर कभी कोई संकट में आए कभी परिवार पर कोई संकट आए वह अकेला ना समझें. मैं अपना फोन नंबर देकर जा रहा हूं. मैं आपको एक सुरक्षा कवच दे रहा हूं.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, पूरे देश में 543 जगह चुनाव हो रहे हैं. कई जगह बड़े-बड़े करिश्माई बड़े-बड़े अनुभवी लोग चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन पूरे देश में एक ही ऐसी लोकसभा सीट है जहां न कोई नाम से बुलाता है और ना कोई बहन जी, ना कोई सांसद जी, वहां की जनता उन्हें माता जी के नाम से बुलाती है.
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वरुण ने कहा कि मां जो होती है वो एक परमात्मा के बराबर शक्ति होती है और मैं अपने मां के लिए नहीं, सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन जुटाने के लिए आया हूं. जो सबकी रक्षा करें, भेदभाव ना करे, मुश्किल वक्त में काम आए और निरंतर अपने हृदय में सबके लिए प्यार रखें, वह मां होती है.