उद्धव ठाकरे की शिवसेना को क्या मुंबई में फतवों से मिली जीत? मुस्लिमों का जिक्र कर महाराष्ट्र के मंत्री ने किया ये बड़ा दावा
उन्होंने कहा कि ‘‘फतवों’’ ने प्रतिद्वंद्वी शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) को मुंबई के लोकसभा क्षेत्रों में जीत हासिल करने में मदद की.
शिवसेना नेता बोले, फतवों ने शिवसेना (यूबीटी) को मुंबई में सीट जीतने में मदद की. अगर आप उन्हें (अल्पसंख्यक समुदायों के मतों को) घटा दें तो शिवसेना (यूबीटी) का हर उम्मीदवार एक से डेढ़ लाख से अधिक मतों से हार जाता.
दीपक केसरकर के मुताबिक, मुस्लिम मतदाता इस बार के इलेक्शन में आश्वस्त हुए कि पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व विचारधाराओं को ‘‘त्याग’’ दिया है.
महाराष्ट्र के मंत्री ने बताया कि मुस्लिम मतदाता उद्धव ठाकरे को लेकर बनाए माइंडसेट की वजह से कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवारों की मदद की.
शिवसेना (शिंदे गुट) महाराष्ट्र में 15 सीटों पर लड़ी, जिसमें वह सात पर जीती. मुंबई की छह सीटों में तीन पर शिवसेना (यूबीटी) जीती है, जबकि कांग्रेस, भाजपा और शिवसेना को एक-एक सीट मिली.
महाराष्ट्र में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को 17 सीट मिली हैं, जबकि कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के विपक्षी महा विकास आघाडी को 48 में से 31 सीट पर जीत मिली है.
68 साल के शिवसेना नेता दीपक केसरकर फिलहाल महाराष्ट्र के Sawantwadi से विधायक हैं और वह राज्य के स्कूल एजुकेशन और मराठी लैंग्वेज के मिनिस्टर हैं.