Himachal Election 2022: हिमाचल में ‘राज’ बदलेगा या ‘रिवाज’, कल होगा फैसला, देखें तस्वीरों में कौन-कौन से दिग्गज हैं शामिल
पिछले 12 नवंबर को संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ( बीजेपी) जहां विकास के अपने एजेंडे की बदौलत चुनावी सफलता दोहराने की उम्मीद कर रही है तो वहीं मुख्य विपक्षी कांग्रेस मतदाताओं से निवर्तमान सरकार को सत्ता से बेदखल करने की चार दशक पुरानी परंपरा के बने रहने की आशा कर रही है.
बीजेपी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अग्रिम मोर्चे पर प्रचार अभियान की कमान संभाली थी. हिमाचल प्रदेश में जीत प्रधानमंत्री मोदी की एक और उपलब्धि होगी, उन्होंने पार्टी के संदर्भ में सत्ता समर्थक लहर का नारा दिया है.
पर्वतीय राज्य में गुरुवार ( 8 दिसंबर) को 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा, जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और पूर्व बीजेपी प्रमुख सतपाल सिंह सत्ती शामिल हैं.
पिछले दो चुनावों में लचर प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस के लिए बीजेपी से हिमाचल प्रदेश छीनना अपने अस्तित्व का सवाल है. कांग्रेस के लिए यह और भी अहम है क्योंकि 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर के किसी व्यक्ति (मल्लिकार्जुन खरगे) ने पार्टी की कमान संभाली है और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रचार से पूरी तरह दूर रहे.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई चुनावी सभाएं कीं जबकि कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान मुख्यतः: पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाली थी.
हिमाचल प्रदेश का हर बार सत्ता बदलने का इतिहास रहा है. हिमाचल प्रदेश में जीत अगले साल नौ राज्यों में होने वाले चुनावों तथा 2024 के आम चुनाव में भी बीजेपी की संभावनाओं को बल देगी. इसमें हिंदी पट्टी के प्रमुख राज्य राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश शामिल हैं.
बीजेपी ने समान नागरिक संहिता लागू करने और राज्य में आठ लाख नौकरियां पैदा करने का वादा किया जबकि कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, 300 यूनिट निशुल्क बिजली देने और 680 करोड़ रुपये के स्टार्टअप की घोषणा की.
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 44 और कांग्रेस को 21 सीटें हासिल हुई थीं. कांग्रेस के एक नेता ने कहा, अगर हम हिमाचल नहीं जीतते हैं तो मैं नहीं समझता कि हम कहां जीतेंगे.
बीजेपी ने राज्य की महिला मतदाताओं की अच्छी-खासी तादाद होने के कारण उन्हें लुभाने के लिए सोच-समझकर कदम उठाए हैं. पार्टी ने उनके लिए एक अलग घोषणा पत्र भी जारी किया.
कांग्रेस को उम्मीद है कि पुरानी पेंशन योजना और कई अन्य मुद्दों पर जनता ने उसे समर्थन दिया है और हिमाचल में उसकी सरकार बनेगी.