बीजेपी के साथ इस राज्य में हुआ ऐसा खेल, दिल्ली से बड़े नेता भागे-भागे पहुंचे मनाने
कर्नाटक में एनडीए के सहयोगी जनता दल सेक्युलर के एचडी कुमारस्वामी भाजपा से नाराज चल रहे हैं. उनका मूड इस कदर खराब है कि उन्होंने भाजपा की पदयात्रा में शामिल होने से ही नहीं बल्कि समर्थन करने से भी इंकार कर दिया.
भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस बार कई पार्टियों पर निर्भर है, जिसमें से एक जनता दल सेक्युलर भी है. भाजपा से नाराज होने वाली पहले पार्टी जीडीएस बन गई.
बस फिर क्या था, उनको मनाने के लिए भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गज नेता कर्नाटक पहुंच गए. संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, बीजेपी के महासचिव राधा मोहन दास और बीजेपी अध्यक्ष बी वाई विजेंद्र कुमार स्वामी कुमारस्वामी से मिलने पहुंचे.
एचडी कुमारस्वामी इस कदर नाराज चल रहे हैं कि अमित शाह को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष बी वाई विजेंद्र कुमार स्वामी से दिल्ली जाकर कुमारस्वामी से मिलकर कंफ्यूजन दूर करने के लिए कह दिया.
इस मुलाकात के तुरंत बाद एक और तस्वीर सामने आई, जिसमें एचडी कुमार स्वामी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कुमार स्वामी के पिता एचडी देवगौड़ा से कर्नाटक रेल प्रोजेक्ट को लेकर मिलने पहुंचे. इससे पता चलता है कि वह बीजेपी से नाराज नहीं चल रहे हैं बल्कि उन्होंने तो बस कर्नाटक बीजेपी से यह कहा था कि वह पदयात्रा में शामिल नहीं होंगे और ना ही पदयात्रा का समर्थन करेंगे.
दरअसल, कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया और उनकी पत्नी पर घोटाले का आरोप लगे हैं और इसी को लेकर भाजपा कर्नाटक में पदयात्रा निकाल रही है. ऐसा नहीं है कि कुमार स्वामी पदयात्रा से नाराज है. उनकी नाराजगी इस बात से है कि उनसे बिना पूछे पदयात्रा का प्लान बन गया.
कुमारस्वामी इस बात से भी नाराज है कि भाजपा ने इस पदयात्रा का जिम्मा भाजपा नेता प्रीतम गौड़ा को सौंपा. प्रीतम गौड़ा वही व्यक्ति है, जिसने कुमार स्वामी के भतीजे और पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स स्कैंडल को वायरल करके परिवार का नाम खराब किया.
हालांकि, भाजपा के नेता अलग-अलग मुद्दे को लेकर कुमार स्वामी से मिल लिए, लेकिन इन मुलाकातों के बाद यह क्लियर नहीं हो पाया है की कुमारस्वामी भाजपा की पदयात्रा में शामिल होंगे या नहीं. उस पदयात्रा को समर्थन करेंगे या नहीं.