Narad Rai News: पूर्वांचल में वोटिंग से पहले सपा को झटका, नारद राय ने दिया इस्तीफा, अखिलेश पर जमकर निकाली 'भड़ास'
पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बलिया लोकसभा सीट पर सातवें चरण की वोटिंग से पहले पूर्व मंत्री नारद राय ने पार्टी छोड़ दी है. वह बीजेपी में शामिल होने वाले हैं. उनकी गिनती बलिया के बड़े नेताओं के तौर पर होती है. वह सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते थे.
नारद राय ने सोमवार (27 मई) को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और फिर उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया. एक पोस्ट में राय ने कहा कि अमित शाह के संकल्प की समाज के अंतिम पंक्ति में बसे गरीब को मजबूत करने वाली सोच और राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करूंगा. जय श्री राम.
कहा जा रहा है कि नारद राय की अमित शाह से मुलाकात करवाने का श्रेय सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर को जाता है. एक्स पर नारद राय ने अमित शाह के साथ मुलाकात की जिन तस्वीरों को शेयर किया है, उसमें ओम प्रकाश राजभर भी नजर आ रहे हैं.
समाजवादी पार्टी छोड़ने पर नारद राय ने कहा कि 40 साल तक साथ रहने के बाद आज हम सपा से अलग हो रहे हैं. उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर बेइज्जत करने का आरोप भी लगाया. उनका कहना है कि पिछले सात सालों से उन्हें लगातार पार्टी में बेइज्जत किया जा रहा था.
नारद राय ने कहा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मेरा नाम ही नहीं जानते हैं. 45 साल से राजनीति कर रहा हूं. मुझे यहां भविष्य नहीं दिखाई दिया. मुझे बहुत अफसोस हो रहा है, लेकिन जिसके पिता नहीं रहते हैं तो उसको परिवार और राजनीति में कोई पूछने वाला नहीं मिलता है. अखिलेश को भी कोई नहीं पूछेगा.
उन्होंने आगे कहा, अखिलेश यादव भी हम लोग से ज्यादा दुखी होकर समाज में घूमेंगे. लोगों ने मुझको पूरी रात कोसा है. जिस मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष आपका नाम भी नहीं लेना चाहते हैं. आपकी योजनाओं का जिक्र नहीं कर रहे हैं. ये सब देखकर मन दुखी हुआ है.
नारद राय ने साफ कर दिया कि वह अब बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपना दम लगाने वाले हैं. नारद राय बलिया से लोकसभा टिकट पाने की रेस में भी आगे थे, लेकिन उनकी जगह पार्टी ने सनातन पांडे को टिकट दिया. पांडे को 2019 में भी बलिया से टिकट दिया गया था.