'हनुमान भक्त' अरविंद केजरीवाल अग्निपरीक्षा देने को तैयार! दिल्ली चुनाव से लेकर BJP-AAP के फ्यूचर पर दिया बयान, जानें- 7 बड़े पॉइंट्स
अगले महीने हरियाणा में तो अगले साल की शुरूआत में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में बीते कुछ दिनों से अरविंद केजरीवाल शॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चल पड़े हैं. कई बार अपने संबोधन में उन्होंने हनुमान और भोलेनाथ का जिक्र किया है. आज भी अपने भाषण से पहले उन्होंने कहा कि वे भोलेनाथ-हनुमान जी के आशीर्वाद से सफल होते हैं.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाणपत्र देंगे. उन्होंने कहा, जेल से बाहर आने के बाद मैं अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं. मैं मुख्यमंत्री और सिसोदिया उपमुख्यमंत्री तभी बनेंगे जब लोग कहेंगे कि हम ईमानदार हैं.
अपने संबोधन में सीएम केजरीवाल ने कहा, अगले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी के विधायकों की बैठक होगी, जिसमें पार्टी को कोई नेता मुख्यमंत्री पद संभालेगा. मैंने गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि मैं लोकतंत्र का सम्मान करता हूं. मेरे लिए संविधान सबसे ऊपर है.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के सीएम ने कहा, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को सहकर्मियों से मिलने की अनुमति थी, लेकिन मेरे पार्टी सहयोगी संदीप पाठक को मुझसे मिलने नहीं दिया गया. भगवान का शुक्र है कि वह मुश्किल वक्त में हमारे साथ थे. हमने बड़े शत्रुओं से लड़ाई लड़ी है.
अरविंद केजरीवाल ने यह भी बताया कि जेल में उनका समय कैसे कटता था. केजरीवाल ने जेल में भगत सिंह की डायरी किताब पढ़ी. केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के एलजी को पत्र लिखकर इजाजत मांगी थी कि स्वतंत्रता दिवस के दिन आतिशी को झंडा फहराने की इजाजत दी जाए. उन्होंने कहा, इसके बदले में मुझे हिदायत दी गई कि फिर से पत्र लिखा तो परिवार से नहीं मिलने दिया जाएगा.
केंद्र पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, इनका फॉर्मूला है कि जहां-जहां चुनाव हारे, वहां-वहां के मुख्यमंत्रियों पर फर्जी केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लो और सरकार गिरा दो. इन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री, केरल के मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर भी केस कर रखे हैं। अगर मैं इस्तीफा दे देता, ये विपक्ष के एक भी मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ते, फर्जी केस बनाकर जेल में डाल देते.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, फरवरी में चुनाव हैं, मैं मांग करता हूं कि ये चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र के साथ कराए जाएं. जब तक आपका फैसला नहीं आएगा तब तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा और जब तक चुनाव नहीं होता तब तक मेरी जगह आम आदमी पार्टी से कोई और सीएम बनेगा. उन्होंने आगे कहा कि जनता के आशीर्वाद से भाजपा के सारे षड्यंत्र का मुकाबला करने की ताकत रखते हैं.