बीजेपी-कांग्रेस से आए जिन 10 नेताओं पर अरविंद केजरीवाल का यकीन, जानें उनमे कितना दम
आम आदमी पार्टी की पहली लिस्ट में 6 ऐसे प्रत्याशियों को टिकट मिला था, जो कांग्रेस या बीजेपी से आए थे. इसमें सबसे पहला नाम छतरपुर विधानसभा के ब्रह्म सिंह तंवर का है. 2015 और 2020 के चुनाव में AAP के करतार सिंह तंवर ने उन्हें हराया था. कुछ दिन पहले करतार सिंह बीजेपी में शामिल हो गए तो वहीं ब्रह्म सिंह ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था.
दिल्ली की सीलमपुर विधानसभा सीट से केजरीवाल ने मतीन अहमद के बेटे जुबैर अहमद को टिकट दिया है. मतीन अहमद पहले कांग्रेस में थे और अब आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं. साल 2020 में AAP नेता अब्दुल रहमान ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. अब उन्होंने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया और सीलमपुर सीट से अपनी दावेदारी ठोंक दी है.
सीमा पुरी विधानसभा से केजरीवाल ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए वीर सिंह धींगान को टिकट दिया है. धींगान तीन बार इस सीट से विधायक भी रह चुके हैं. लक्ष्मीनगर सीट से AAP ने बीजेपी नेता बीबी त्यागी को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने बीजेपी छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा था.
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया है. अब शाहदरा सीट से आम आदमी पार्टी ने राम निवास गोयल की जगह बीजेपी से आए जितेंद्र सिंह शंटी को उम्मीदवार बनाया है. 2015 में उन्हें राम निवास ने हराया था और 2020 में उन्होंने दिल्ली विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा.