कैसे करें बोर्ड एग्जाम की प्रिपरेशन? यहां जानें बढ़िया मार्क्स लाने का आसान फार्मूला
सबसे पहले जरूरी है कि छात्र सिलेबस को अच्छे से समझें. बोर्ड परीक्षाओं में वही सवाल आते हैं जो आधिकारिक सिलेबस में शामिल होते हैं, इसलिए सिलेबस को पढ़कर यह तय करना चाहिए कि कौनसे चैप्टर ज्यादा महत्वपूर्ण हैं और किस पर कितना समय देना है.
इसके बाद आता है समय प्रबंधन का चरण. कई बच्चे पढ़ाई तो करते हैं, लेकिन तय समय के बिना पढ़ते हैं, जिससे उनकी तैयारी बिखरी हुई हो जाती है. हर विषय के लिए एक तय समय बनाना बेहद जरूरी है.
नोट्स बनाना भी बोर्ड परीक्षा की तैयारी का एक बहुत कारगर तरीका है. जब छात्र खुद अपने हाथों से छोटे-छोटे नोट्स बनाते हैं, तो चीजें दिमाग में जल्दी बैठ जाती हैं. नोट्स की वजह से रिवीजन भी आसान हो जाता है क्योंकि आखिरी दिनों में पूरी किताब पढ़ने की बजाय केवल नोट्स देखकर पूरी तैयारी झटपट दोहरा सकते हैं.
अब बात करते हैं पिछले सालों के पेपर और सैंपल पेपर की. ये पेपर हर छात्र के लिए सबसे बड़ी मदद होते हैं. इन्हें हल करने से यह समझ आता है कि सवाल किस तरह पूछे जाते हैं, किस टॉपिक से कितने नंबर के सवाल आते हैं और कौन-कौन से चैप्टर को ज्यादा महत्व दिया जाता है.
रिवीजन को हल्के में नहीं लेना चाहिए. कई छात्र पढ़ाई तो कर लेते हैं, लेकिन रिवीजन नहीं करते, जिससे सीखी हुई बातें धीरे-धीरे भूल जाते हैं. रोज थोड़ा-थोड़ा रिवीजन करना जरूरी है. हर विषय को हर तीसरे या चौथे दिन दोहरा लेना चाहिए, ताकि जानकारी लंबे समय तक याद रहे. रिवीजन के दौरान उन चैप्टरों पर खास ध्यान दें जो कठिन लगते हैं. आसान चैप्टर भी एक नजर से जरूर पढ़ लें ताकि कोई बात छूट न जाए.
पढ़ाई के साथ-साथ मानसिक शांति भी जरूरी है. लगातार पढ़ाई करते-करते दिमाग थक जाता है और ध्यान भटकने लगता है. इसलिए बीच-बीच में ब्रेक लेना बहुत जरूरी है. छोटे-छोटे ब्रेक लेने से दिमाग तरोताजा रहता है और पढ़ाई में मन भी लगता है. छात्र रोज कुछ मिनट टहलने जाएं, हल्की एक्सरसाइज करें या फिर शांत संगीत सुनें. इससे तनाव कम होता है और फोकस बढ़ता है.