जिस यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले रहे हैं कहीं वो फेक तो नहीं? 5 प्वॉइंट में करें असली-नकली की पहचान
ऐसे में एडमिशन लेने से पहले जान लें कि आप जहां प्रवेश के लिए गए हैं, वो कॉलेज, कोर्स यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट मान्यता प्राप्त है या नहीं. कहीं आपको सुंदर वेबसाइट दिखाकर बरगलाने की कोशिश तो नहीं हो रही है.
सबसे पहला और जरूरी तरीका है एक्रिडेशन चेक करना यानी ये देखना की यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त है या नहीं. इंडिया में क्वालिटी एश्योरेंस एजेंसी फॉर हायर एजुकेशन (QAA) इसके लिए काम करती है. एक मान्यता प्राप्त संस्थान अपने डिस्प्ले में एक्रिडेशन के बारे में सबसे पहले और बड़ी जानकारी देता है.
फेक यूनिवर्सिटी की लिस्ट यूजीसी हर साल जारी करता है. आप यहां से भी चेक कर सकते हैं कि जिस जगह प्रवेश लेने जा रहे हैं, वो फर्जी तो नहीं. इसके लिए ugc.ac.in विजिट करें और यूनिवर्सिटीज कॉलम में जाकर देखें कि आपकी यूनिवर्सिटी का नाम है या नहीं.
लाइसेंस और अप्रूवल चेक करना बहुत जरूरी है. यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं ले रहे हैं किसी संस्थान या प्राइवेट कॉलेज में जा रहे हैं तो उसका लाइसेंस और अप्रूवल जरूर चेक करें. उनके कोर्स मान्यता प्राप्त हैं और वहां कि डिग्री वैलिड हैं कि नहीं ये देखने के बाद ही आगे बढ़ें.
फील्ड के मुताबिक एफिलिएशन हो सकता है पर एक वैलिड कॉलेज, इंस्टीट्यूशन, यूनिवर्सिटी इनमें से किसी से या तो एफिलिएटेड होगी या मान्यता प्राप्त होगी. जैसे यूजीसी से, एमएचआरडी से, एआईसीटीई से या एमसीआई से.
वेबसाइट विजिट करें और देखें कि उन्होंने अपने कॉलेज के बारे में क्या-क्या जानकारी दी है और कितना छिपाया है, कितना बताया है. वहां की फैकल्टी किस स्टैंडर्ड की है, कहां से पढ़ी है ये देखें. एल्यूमिनाई चेक करें, यूनिवर्सिट की रैंकिंग देखें, उनका प्लेसमेंट रिकॉर्ड चेक करें और उसके बाद ही प्रवेश लें.