डोमिसाइल की वजह से काफी बच्चे नहीं दे पाए CBSE 10वीं-12वीं की परीक्षा, जानें अब उनका क्या होगा?
स्टूडेंट्स का कहना है कि एडमिट कार्ड जारी करने के बाद भी उन्हें बोर्ड एग्जाम में नहीं बैठने दिया गया. डोमिसाइल संबंधी प्रमाणपत्र मिलने में हुई देरी के कारण सीबीएसई ने स्टूडेंट्स के प्रति सख्त रवैया अपनाते हुए उन्हें परीक्षा से बाहर करने का निर्णय लिया था.
इन छात्रों में से कई दृष्टिबाधित भी हैं. ये सभी दिव्यांग छात्र बोर्ड से परीक्षा कार्यक्रम जारी करने की मांग पर अड़े हुए हैं.
इन छात्रों का कहना है कि परीक्षा न होने से वे अन्य विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षा से वंचित हो जाएंगे और इससे उनके भविष्य पर सवालिया निशान लग जाएगा.
इस मामले में एक याचिका भी हाईकोर्ट में दाखिल की गई थी जिस पर सुनवाई करते हुए एकल पीठ ने बोर्ड को फटकार भी लगाई थी.
यह मामला अभी कोर्ट में है. याचिका दाखिल करने वाले वकील पंकज सिन्हा ने कोर्ट से इस संबंध में जल्द दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया है.