वाराणसी: उरी अटैक के चलते देशभक्ति के रंग में रंगी दुर्गा पूजा!
वाराणसी के इन अनोखे पंडालों में अभी से ही देखने वालो की भीड़ आ रही हैं. आज से वाराणसी के सभी पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित हो चुकी है. इस पूजा में मां दुर्गा को भारत माता के रूप में दिखाया गया है.
वाराणसी में ऐसा पहली बार हुआ हैं जब पूरा का पूरा पंडाल तिरंगे से बनाया गया हो और केवल इतना ही नहीं मां दुर्गा को भी तिरंगे के रंग में रंग दिया गया है. वाराणसी को दुर्गा पूजा के लिए मिनी बंगाल के नाम से भी जाना जाता है.
वाराणसी में दुर्गा पूजा उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. हर गली हर चौराहे दुर्गा पूजा पंडालों और साज सज्जाओ से जगमगा रहे हैं. भक्ति के माहौल में पूरा वाराणसी डूबा हुआ नजर आ रहा है. वाराणसी में मां की भक्ति के साथ देश भक्ति भी देखने को मिल रही है.
वाराणसी में दुर्गा पूजा उत्सव में भी लोग अपनी सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हुए जवानों और देश को मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में दुनिया में नई बुलंदियों पर पहुंचाने वाले मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को अपने पूजा पंडाल के माध्यम से श्रधांजलि दे रहे हैं.
वाराणसी के कई ऐसे दुर्गा पूजा पंडाल हैं जो देश भक्ति के रंग में डूबे हुए हैं. वाराणसी में लोग उरी आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रधांजलि दे रहे हैं और सेना के जवानों का हौसला भी बढ़ा रहे हैं. चेतगंज क्षेत्र में अनामिका क्लब की तरफ से बनाए गए पूजा पंडाल में देश भक्ति हर तरफ से झलक रही है.
वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय के छात्रों ने डिजिटिल इंडिया और मेक इन इंडिया का ऐसा मिलाप किया हैं कि वाराणसी का यह शांति सेवा समिति दुर्गापूजा पंडाल सबसे अलग दिख रहा हैं. पुरे पंडाल को डिजिटल नेटवर्क के चिन्हों से सजाया गया है.
वाराणसी में एक ऐसा पूजा पंडाल भी लगाया गया है जो डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया कॉन्सेप्ट पर आधारित है. वाराणसी के चेतगंज इलाके में ही शांति सेवा समिति का पूजा पंडाल है. जिसे डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया कॉन्सेप्ट पर तैयार किया गया है.